वामपंथी नेता और पूर्व सांसद AK राय का लंबी बीमारी के बाद निधन, BCCL सेंट्रल अस्पताल में ली अंतिम सांस

punjabkesari.in Sunday, Jul 21, 2019 - 12:56 PM (IST)

धनबाद: दिग्गज वामपंथी नेता और कोयला नगरी धनबाद के पूर्व सांसद एके राय का निधन हो गया है। रविवार सुबह धनबाद में बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वहीं 84 साल के राय को कई गंभीर बीमारियों ने घेर रखा था। डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था।

एके राय कोमा में चले गए थे। खाना-पीना पूरी तरह से छोड़ दिया था। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के भी मरीज थे। शुक्रवार को ही डॉक्टरों ने उनके जीवित रहने की उम्मीद छोड़ दी थी। अब उनका जीवन किसी किसी चमत्कार की आस था। पूर्व सांसद एके राय 8 जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे।

इस दौरान उनका इलाज कर रहे डॉ. सुनील सिन्हा ने कहा था कि राय की स्थिति में बहुत अधिक सुधार नहीं हो रही है। हालत और खराब हो रही है। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। गुरुवार को दुर्गापुर स्थिति मिशन अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उनकी जांच की थी। उन्हें भी राय के बचने की कोई उम्मीद नहीं लगी। राय उन नेताओं में थे, जो सदैव अपने क्षेत्र की जनता की भलाई के लिए चिंतित रहते थे। क्षेत्र के विकास की आवाज संसद में उठाते थे।

संसद में एके राय के साथी रहे बांकुड़ा के पूर्व सांसद वासुदेव आचार्य ने बताया कि एके राय अपनी पूरी जिंदगी वामपंथ और इसकी विचारधारा को आगे ले जाने में जुटे रहे। संसद में और इसके बाहर भी राय वामपंथ तथा लोगों के लिए लड़ते रहे। यहां बताना प्रासंगिक होगा कि एके राय तीन बार धनबाद के सांसद रहे। तीन बार उन्होंने सिंदरी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया। झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए चले आंदोलन में भी उनका बड़ा योगदान था। लोगों के बीच राय दा के नाम से मशहूर एके राय कोयला माफियाओं के खिलाफ सबसे मुखर आवाज थे।

Edited By

Jagdev Singh