Loksabha Election 2019: एक नजर Lohardaga लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2019 - 05:05 PM (IST)

लोहरदगा: झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीटें हैं। लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र इनमें से एक है। झारखंड में लोकसभा चुनाव चौथे चरण यानि 29 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। इस बार झारखंड में लोकसभा चुनाव 4 चरणों में संपन्न होंगे।

आपको बता दें कि साल 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बना था। तब तक लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र भी बिहार का ही हिस्सा था। इस सीट पर साल 1962 में हुए चुनाव में कांग्रेस के डेविड मुंजिन ने जीत का परचम लहराया था। इसके बाद कांग्रेस के टिकट पर ही कार्तिक उरांव लगातार दो बार 1967 और 1971 में चुनाव जीते, लेकिन आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में कार्तिक उरांव को जनता पार्टी के लालू उरांव से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं साल 1980 में कार्तिक उरांव ने एक बार फिर से वापसी की और सांसद बने।1984 और 1989 में कांग्रेस के ही टिकट पर सुमति उरांव चुनाव जीतने में कामयाब रहीं।साल 1991 में इस सीट पर बीजेपी का पहली बार खाता खुला और ललित उरांव चुनाव जीते।1996 में भी ललित उरांव ने बीजेपी का कमल खिलाया। 1998 में कांग्रेस के इंद्र नाथ भगत चुनाव जीतने में कामयाब हुए, जबकि 1999 में बीजेपी के दुखा भगत चुनाव जीते। साल 2004 में कांग्रेस के रामेश्वर उरांव सांसद चुने गए, लेकिन 2009 और 2014 का चुनाव बीजेपी के सुदर्शन भगत जीतने में कामयाब रहे।

लोहरदगा लोकसभा सीट के अंतर्गत लोहरदगा, गुमला और रांची जिले की कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं। आइए आपको बताते हैं कि किस जिले की कौन सी विधानसभा सीटें लोहरदगा लोकसभा के अंतर्गत आती हैं।

लोकसभा क्षेत्र - लोहरदगा

जिला   विधानसभा क्षेत्र
लोहरदगा   लोहरदगा 
गुमला       गुमला, सिसई और बिशुनपुर
रांची    मान्डर

बात अगर 2014 के विधानसभा चुनाव के परिणाम की करें तो लोहरदगा लोकसभा के अंतर्गत आने वाली 5 विधानसभा सीटों में से 3 यानि कि मान्डर, गुमला और सिसई पर बीजेपी को जीत मिली थी तो बिशुनपुर विधानसभा सीट झामुमो के खाते में गई थी, जबकि लोहरदगा सीट पर आजसु पार्टी को जीत मिली थी।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के सुदर्शन भगत को 2 लाख 26 हजार 666 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के रामेश्वर उरांव 2 लाख 20 हजार 177 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं एआईटीसी के चमरा लिंडा 1 लाख 18 हजार 355 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो बीजेपी के सुदर्शन भगत ने 1 लाख 44 हजार 628 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं निर्दलीय चामरा लिंडा 1 लाख 36 हजार 345 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि कांग्रेस के रामेश्वर उरांव को 1 लाख 29 हजार 622 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस के रामेश्वर उरांव  ने 2 लाख 23 हजार 920 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं बीजेपी के दुखा भगत 1 लाख 33 हजार 665 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि निर्दलीय चामरा लिन्डा को 58 हजार 947 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

 

 

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