रांची: दो अनाथ युवतियों की हुई शादी, पुलिस वालों ने निभाई पिता व भाई की जिम्मेदारी

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2019 - 06:31 PM (IST)

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में नामकुम स्थित महिला प्रोबेशन होम में मंगलवार को दो अनाथ युवतियों की शादी की गई। इस दौरान सरस्वती टुडू का विवाह घाटशिला निवासी संतोष वाल्मिकी से और पूजा कुमारी का विवाह मेराल निवासी संजय कुमार से हुआ संपन्न हुआ। इस प्रोबेशन होम से की गई यह 22वीं शादी थी। इससे पहले भी कई अनाथ बच्चियों की शादी की गई है। वहीं इस विवाह समारोह में लड़का पक्ष के रिश्तेदार भी शामिल हुए। संतोष वाल्मिकी के पिता के रुप में समाजिक कार्यकर्ता गोविंद कर्मा ने पिता का दायित्व निभाया।

वहीं गोविंद कहते हैं, मैं इस लड़के को बचपन से जानता हूं। अनाथ है इसलिए जब इसकी शादी की बात हुई, तो मैं आगे आया और इसकी गारंटी ले ली। वहीं दूसरे दुल्हे संजय के भाई भी इस शादी में शामिल हुए उन्होंने कहा, मुझे बेहद खुशी हो रही है। हम अपने पूरे परिवार के साथ शामिल हुए हैं। इस शादी में अनाथ बच्चियों के भाई की भूमिका आईजी के बॉडिगार्ड गोपाल सिंह ने निभाई। गोपाल की अब तीन बहनें हैं उन्होंने कहा, मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मुझे यह दायित्व मिला है। मैं इनका भाई बनकर खुश हूं। इस विवाह में कारा महानिरीक्षक झारखंड रांची वीरेंद्र भूषण ने पिता की भूमिका निभाई।

इस दौरान वीरेंद्र भूषण ने कहा कि मुझे इन बच्चियों के धर्म पिता होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ इसकी मुझे बेहद खुशी है। ईश्वर इन्हें खुश रखे। बचपन से लेकर अबतक यह बच्चियां यहां रह रहीं थी। हम जो सीखाते हैं सीखती हैं, जो दिखलाते हैं देखती हैं। अब यह मौका आया है कि इन्हें समाज से जोड़ा जाए। सभी लड़कियां शादी करना चाहतीं है अपना परिवार चलाना चाहतीं हैं। एक अधिकारी होने के नाते संगीता कुमारी ने इन बच्चियों के विवाह का सोचा और संबंधित विभाग से इसकी अनुमति ली। इसके बाद लग गई उचित लड़कों की तलाश में। इसके बाद रिश्ते आने शुरु हुए इन लड़कियों ने लड़कों को चुना बात की पसंद किया फिर कोर्ट में शादी हुई।

वहीं इस अवसर पर कारा विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी और जिला के वरिष्ठ अधिकारी आशीर्वाद देने पहुंचे। इस शादी में अधीक्षिक संगीता कुमारी ने अहम भूमिका निभाई है। शादी की सारी तैयारियां की। कारा महानिरीक्षक विरेंद्र भूषण ने भी अहम जिम्मेदारी निभाई शादी का सारा सामान खरीदा और पिता की सारी जिम्मेदारी निभाई।

Jagdev Singh