गरीबी के चलते इलाज ना होने पर 7 साल की बच्ची ने खुद को किया कमरे में बंद

punjabkesari.in Tuesday, Oct 22, 2019 - 11:38 AM (IST)

दुमकाः झारखंड के दुमका जिले से ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को तार-तार कर दिया है। दुमका में एक 7 साल की बच्ची ने गरीबी के चलते इलाज ना होने पर खुद को एक कमरे में हमेशा के लिए बंद कर लिया।

जानकारी के अनुसार, यह मामला दुमका के मसलिया प्रखंड के अगोआ गांव का है। दरअसल, 7 साल की बबीता मरांडी एक गंभीर रोग से पीड़ित है। जिसकी वजह से उसका शरीर ऐसा हो गया है कि गांव का कोई भी व्यक्ति उसके पास तक नहीं आता, ना ही अपने बच्चों को बबीता के साथ खेलने देते थे। जिससे परेशान होकर 7 साल की मासूम ने अपने आप को कमरे में बंद रखना शुरु कर दिया।

बबीता को यह बिमारी जन्मजात नहीं है। इस बीमारी की शुरुवात जब वह 3 साल की थी तब से शुरु हुई थी। इस बीमारी में शरीर सिकुड़कर झड़ने लगता है। बच्ची के परिजनों के हालात इतने सही नहीं है कि वह बबीता का लगातार इलाज करा सके। समाजसेवी अंजुला मुर्मू का कहना है कि इस सात साल की बच्ची के लिए सरकार से लेकर आम लोगों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए।

सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा ने भरोसा दिलाया है कि बच्ची के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव मदद करेगा। अगर परिवार का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है तो विभाग प्राथमिकता के आधार पर कार्ड बनाकर देगा ताकि बबीता का इलाज हो सके।
 

Ajay kumar