ऋचा ने कुरान बांटने से किया इनकार, झारखंड HC में निचली अदालत के फैसले को देंगी चुनौती

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 01:13 PM (IST)

रांची: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में ऋचा पटेल झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी। ऋचा ने बताया कि वह निचली अदालत की कॉपी पाने का इंतजार कर रही हैं। अबतक उसे यह कॉपी नहीं मिली है। निचली अदालत ने उसे कुरान की 5 प्रतियां बांटने की शर्त पर इस मामले में जमानत दी है। प्रतियां बांटने के लिए उसे 15 दिन का समय दिया गया है। वहीं ऋचा ने कुरान बांटने से इनकार कर दिया है।

इस दौरान ऋचा ने कहा,'बिना जांच के मेरे ऊपर कार्रवाई की गई, मुझे जेल भेज दिया गया। कोर्ट के फैसले का विरोध इसलिए कर रही हूं, क्योंकि यह मुझे सजा के तौर पर सुनाई गई है। कुरान का विरोध नहीं कर रही हूं। मेरे लिए जैसे गीता वैसे कुरान।'

वहीं ऋचा ने कहा कि उसे सजा किस बात की दी जा रही है। पोस्ट मेरा नहीं था और उस पर मेरी टिप्पणी आपत्तिजनक नहीं थी, तो सजा किस बात के लिए। मैंने अपने वकील से बात की है। अब मैं लोअर कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करूंगी। अगर मेरी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो दूसरे समुदाय से इससे भी गंदे पोस्ट आते हैं। तब कार्रवाई क्यों नहीं होती है। पुलिस ने दबाव में आकर मेरे ऊपर कार्रवाई की है, लेकिन मेरे साथ कोई गलत वर्ताब नहीं किया गया है।

ऋचा पटेल ने सोशल मीडिया पर धार्मिक पोस्ट किया था। इसके बाद अंजुमन इस्लामिया (पिठोरिया) के प्रमुख मंसूर खलीफा ने रांची के पिठोरिया थाने में 12 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने ऋचा पर मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। इसके बाद पिठोरिया पुलिस ने शुक्रवार की शाम को ऋचा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

वहीं इस मामले में सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत ने कुरान की पांच प्रतियां बांटने की शर्त पर ऋचा को जमानत दी थी। कोर्ट ने यह भी कहा था कि पिठोरिया पुलिस के संरक्षण में मंगलवार शाम तक ऋचा कुरान की एक प्रति अंजुमन इस्लामिया के सदर मंसूर खलीफा को देगी। बाकी 4 विभिन्न शिक्षण संस्थानों में बांटेगी। इसके लिए ऋचा को 15 दिन का समय दिया गया है।


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Edited By

Jagdev Singh

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