कई दावों के बाद भी नहीं थम रहा प्रवासी मजदूरों का जोखिम भरा पलायन, पैदल घर जाने को हैं मजबूर

punjabkesari.in Sunday, May 17, 2020 - 10:08 AM (IST)

धनबादः केंद्र और राज्य सरकार के कथक प्रयास से दूसरे राज्यो में फंसे लाखों प्रवाशियो को अपने अपने राज्य वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए रेलवे द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही हैं। यही नहीं इस श्रमिक ट्रेन से लाखों प्रवासी मजदूर अपने अपने राज्य वापस भी लौट चुके हैं। केंद्र और राज्य सरकार के कोशिशों के बावजूद भी प्रवासी मजदूर जोखिम भरा कदम उठा कर अपने राज्य जाने को मजबूर हैं।

वहीं पैदल चलने वाले मजदूरो की माने तो राज्य में काम बंद होने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इसमें सबसे मुख्य कारण खाना, दवाई ओर रहने के लिए छत की है। ऐसे में दूसरे राज्य में रहने से क्या फायदा ऐसी जिंदगी जीने से तो अच्छा है जोखिम भरा कदम उठा कर अपने घर चला जाऊं। मजदूरों ने यह भी कहा सड़क पर पैदल चल कर सफर करने में डर तो लगता है लेकिन इसके अलावा दूसरा कोई रास्ता भी नहीं है। कई बार ऐसा मामला भी सामने आया है कि पुलिस अपने छेत्र से प्रवासी मजदूरो को खदेड़ कर दूसरे थाना छेत्र में भेज देते हैं। जिसकी वजह से मजदूर परेशान भी होते है और हादसे का शिकार भी आय दिन प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार हो रहे हैं। फिर भी राज्य सरकार कोई ठोस कदम नही उठा रही है।

मजदूरों का यह भी कहना है कि अपने राज्य वापस भेजने के लिए जिले के अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते थक जाते हैं लेकिन उस राज्य के जिले का अधिकारी हम प्रवासी मजदूरों की नहीं सुनाता। जिसके कारण हम मजदूर अपने राज्य वापस जाने के लिए जोखिम भरा कदम उठाते हैं। वहीं इस मामले को लेकर धनबाद एसडीएम राज महेश्वरम ने कहा कि मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि अगर बस ओर ट्रेनों के अलावा कोई पैदल प्रवासी दिखे तो उसे रोक कर रेन बसेरा में रखा जाए। उसे खाने की व्यवस्था के साथ-साथ बसों की व्यवस्था कर सम्बंधित जिले भेजा जाए ताकि किसी प्रवासी मजदूर को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।


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Edited By

Diksha kanojia

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