सरयू राय का बयान- नीतीश से निकटता हो सकती है BJP द्वारा टिकट न देने की वजह

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2019 - 10:53 AM (IST)

जमशेदपुरः झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने सोमवार को कहा कि भाजपा द्वारा उन्हें टिकट नहीं देने की एक वजह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी नजदीकी हो सकती है। राय जमशेदपुर (पूर्व) सीट से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने सोमवार को नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया।

सरयू राय ने कहा कि उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी देने वाले भाजपा संसदीय बोर्ड के कम से कम तीन सदस्यों ने मुझे बताया कि नीतीश कुमार द्वारा 2017 में मेरी पुस्तक का विमोचन किए जाने को लेकर कड़ी नाराजगी जताई गई और संभवत: यही मुझे टिकट नहीं दिए जाने का एक कारण बना। राय ने कहा कि वह इसे समझ नहीं पा रहे हैं क्योंकि नीतीश ने 2017 में एक बार फिर भाजपा से हाथ मिलाकर बिहार में राजग सरकार का गठन किया। सरयू राय ने कहा कि मेरी पुस्तक गैर-राजनीतिक विषय पर थी और नीतीश कुमार से इसका विमोचन कराना कोई अपराध नहीं है।

राय ने झारखंड के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने जमशेदपुर (पूर्व) सीट से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि यह (कुमार द्वारा पुस्तक का विमोचन) भाजपा द्वारा मुझे टिकट नहीं दिए जाने का एक कारण हो सकता है। कुमार ने दिसंबर 2017 में पटना में किताब ‘समय का लेख' का विमोचन किया था। राय ने दावा किया कि जद(यू) के साथ ही झामुमो ने चुनाव में उनका समर्थन करने का वचन दिया है। नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) झारखंड चुनाव में अकेले चुनाव लड़ रही है।

रघुवर दास के खिलाफ राय के मैदान में उतरने से जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर चुनाव दिलचस्प हो गया है। दास ने 1995 में इस सीट पर पहली बार जीत हासिल की थी। वह छठी बार जीत के लिए यहां से किस्मत आजमा रहे हैं। जमशेदपुर (पूर्व) सीट से दास ने भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया वहीं राय ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर परचा दाखिल किया है। चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद राय ने रविवार रात रघुवर दास कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया और कहा था कि वह जमशेदपुर (पश्चिम) के साथ ही जमशेदपुर (पूर्व) से भी चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, बाद में राय ने जमशेदपुर (पश्चिम) से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।

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