कोल कर्मियों का इंतजार हुआ खत्म, आज मिल सकता है 65-70 हजार तक बोनस
punjabkesari.in Tuesday, Oct 01, 2019 - 11:01 AM (IST)
धनबाद: कोल इंडिया के सभी श्रमिकों ने 23 सितंबर से एफडीआई (FDI) के खिलाफ हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। परंतु अब उनकी मांग पूरी होने के हक में फैसला आने वाला है। कोल कर्मियों के साथ धनबाद के व्यवसायियों की निगाहें मंगलवार को नयी दिल्ली में होने वाली कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक पर टिकी है। इस बैठक में कोल कर्मियों को दुर्गा पूजा के अवसर पर मिलने वाली बोनस की राशि का फैसला होगा।
2018 में कोल कर्मियों को 60500 रुपये बोनस मिला था। कोल श्रमिकों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष उन्हें बोनस के रूप में 65 हजार या 70 हजार मिल सकते हैं। इस वर्ष बोनस कितना मिलेगा इस पर यूनियन नेता कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं। इस पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन (सीटू) के महासचिव डीडी रामनंदन कहते हैं कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कोल इंडिया को लाभ अधिक हुआ है। उत्पादन बढ़ा है। कोयला मजदूर कम हुए हैं। इन सबके आधार पर बोनस तय होना चाहिए। एटक अध्यक्ष रमेंद्र कुमार कहते हैं कि वह इसका प्रयास करेंगे कि कोयला मजदूरों को बोनस अधिक से अधिक मिले।
जहां भी दो चार कोल कर्मी एक साथ होते हैं तब बोनस की चर्चा शुरू हो जाती है। कोई कहता है कि पिछले साल 60500 मिला था, इस बार 65 हजार मिलेगा। कोई कहता है कि नहीं इस बार कोल इंडिया को पिछले साल की तुलना में इस बार ढाई गुना लाभ अधिक हुआ है इसलिए बोनस भी इसी हिसाब से मिलना चाहिए। कोई कहता कम से कम 70 हजार तो मिलना ही चाहिए। जबकि बीसीसीएल मुख्यालय के कर्मी कहते हैं कि 80 हजार बोनस मिलना चाहिए।