लोगों की इच्छाशक्ति से वनलोटवा गांव की बदली सूरत, हुआ नशामुक्त

punjabkesari.in Monday, Mar 12, 2018 - 05:20 PM (IST)

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ओरमांझी स्थित नशामुक्त हुए गांव वनलोटवा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक गांव की सूरत बदलनी है। ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान लाना मेरा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि समृद्धशाली होने के बाद भी झारखंड की गोद में गरीबी पल रही है। हमारी सरकार बनने के बाद से राज्य से गरीबी समाप्त करने के दिशा में काम शुरू किए गए। गांव में बेरोजगारी, पलायन, अशिक्षा जैसी समस्याएं हैं। इसे जड़ से मिटाने के लिए काम किया जा रहा है। 

जनसहयोग के बिना विकास मुश्किलः सीएम 
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसहयोग के बिना बदलाव या विकास नहीं हो सकता है। बनलोटवा गांव इसका उदाहरण है। लोगों ने मिलकर अपनी इच्छाशक्ति से गांव को नशामुक्त कर लिया है। सरकार भी इसी अवधारणा से काम कर रही है। ज्यादा से ज्यादा कार्यों में जनभागीदारी बढ़ाई जा रही है। गांव के विकास के लिए विकास समितियों का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अादिवासी बहुल गांवों में आदिवासी विकास समिति और मिश्रित आबादीवाले गांवों में ग्राम विकास समिति का गठन किया जा रहा है। गांव की छोटी-छोटी योजनाएं इन्हीं के माध्यम से धरातल पर उतारी जाएंगी। सरकार समिति के खाते में सीधे राशि भेज देगी। समाज को आगे आना होगा, तभी विकास होगा।  

नशामुक्त होने पर गांव को मिली सम्मान राशि 

रघुवर दास ने कहा कि आजादी के बाद से कुछ नेताओं ने जनता को ठगने का काम किया है। गांव और गरीब की जिंदगी में बदलाव के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आने के बाद गरीबों की सुध ली गई। जनता को नेताओं से सवाल पूछने का हक है। उन्होंने कहा कि हम सब सेवक हैं और जनता मालिक है। जो काम नहीं करे, उससे सवाल पूछें। अब जनता शिक्षित होने लगी है। अब उन्हें बहलाया नहीं जा सकता है। नशामुक्त होने पर गांव को एक लाख रुपए की सम्मान राशि दी गई। इसके साथ ही गांव में अच्छा काम करनेवाले ग्रामीणों को पुरस्कृत किया गया।