‘उत्तराखंड के प्राचीन यात्रा मार्गों को नया स्वरूप दिया जाना समय की मांग’

punjabkesari.in Sunday, Dec 17, 2017 - 11:10 AM (IST)

देहरादून: उत्तराखंड में यात्रा के प्राचीन मार्गों को नूतन स्वरूप दिया जाना तथा उन्हें सर्वमौसमी सड़कों से जोड़ा जाना समय की मांग है। हालांकि, प्रदेश सरकार द्वारा सर्वमौसमी सड़कों से क्षेत्रीय सड़कों को जोडने की कसरत तेज हो गई है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि वह चाहते हैं कि उत्तराखंड के विकास की रीढ़ मानी जाने वाली इन सड़कों को सर्वमौसमी सड़कों से जोड़ा जाए। 

सतपाल महाराज का कहना है कि वह केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस तरह की मांग रखेंगे कि सभी क्षेत्रीय सड़कों को सर्वमौसमी सड़कों से जोड़ा जाए। प्राचीन काल से ही चारधाम यात्रा गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के माध्यम से पूर्ण होती है। केन्द्र ने चारधाम यात्रा के लिए जो सर्वमौसमी सड़कों का प्रस्ताव किया है, उस प्रस्ताव में विकासनगर से बड़कोट तक का क्षेत्र शामिल नहीं है।

उनका कहना है कि उत्तराखंड केवल धार्मिक यात्रा का ही नहीं साहसिक यात्रा का भी सबसे बड़ा केन्द्र साबित हो सकता है।  सतपाल महाराज मानते हैं कि प्राचीन चारधाम यात्रा मार्गों को खोलने से जहां समय और ईंधन बचेगा, वहीं लोग इस क्षेत्र की सुगम यात्रा कर सकेंगे।