खतरा बने टसकर हाथी को किया बेहोश, शिफ्ट करने की तैयारी

punjabkesari.in Friday, Jan 19, 2018 - 12:47 PM (IST)

देहरादून/ब्यूरो। टिबड़ी से लेकर भेल तक खतरा बने टसकर हाथी को बीते देर रात को राजा टाइगर रिजर्व के पालतू हाथियों के सहारे ट्रेंकुलाइज किया गया। राजाजी टाइगर रिजर्व और हरिद्वार वन प्रभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में राजाजी की पशु चिकित्सक ने हाथी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया। अब हाथी को राजाजी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।

 

टिबड़ी से भेल के बीच एक हाथी बेहद खतरनाक हो चला था। महज सप्ताह भर में उसने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया। वाहनों पर हमले शुरू कर दिया। जिससे जानमाल का बड़ा खतरा इस एरिया में बढ़ गया। खाई खोदने सहित गश्त तेज करके हाथी को जंगल मे रोकने की रणनीति पर विचार हुआ। लेकिन अधिकारियों ने रिस्क नहीं लेने की योजना बनाते हुए हाथी तो बेहोश कर कहीं शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया।

 

राजाजी के निदेशक सनातन से प्रभागीय वनाधिकारी हरिद्वार ने बात की और योजना बकनी। बीते देर शाम से हाथी को बेहोश की कार्यवाही शुरू हुई। रात में राजाजी के दो हाथियों पर सवार होकर राजाजी की चिकित्सक अदिती, निदेशक राजाजी सनातन सहित अन्य लोग जंगल में घुसे और खतरनाक हाथी को घेर लिया।

 

जैसे ही खतरनाक हाथी उस ओर बढ़ा बेहोशी का इंजेक्शन दाग दिया गया। इसके बाद रात भर बेहोश किये हाथी को सड़क पर लाने की कोशिश होती रही। सुबह की बेला में हाथी हरिद्वार बाईपास मार्ग के कोका कोला डिपो तक पहुँच गया था। दोनों ओर का रास्ता बंद कर हाथी को खबर लिखे जाने तक शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी। 

 

वन्य जीव प्रेमियों ने उठाया सवाल

 

हाथी को बेहोश कर घंटों शिफ़्ट करने में लगाने को लेकर वन्य जीव प्रेमी कार्यवाही पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि बेहोशी का इंजेक्शन देने के कुछ देर के भीतर ही वन्य जीवों को शिफ्ट किया जाना चाहिए। लेकिन उनका आरोप है कि बिना तैयारी के पूरी कवायद की गई और बेहोशी का बार-बार इंजेक्शन दिया गया। जिससे हाथी को खतरा भी हो सकता है।

 

हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हाथी को जंगल से रोड तक लाने में समय लगा। जानमाल सहित हाथी की सुरक्षा और जीवन को देखकर ही प्लान बनाया गया। आरोप निराधार है। पूरी तैयारी के साथ काम किया गया है।