BJP से निष्कासित नेता दयाशंकार सिंह गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jul 29, 2016 - 05:39 PM (IST)

लखनऊ: बसपा अध्यक्ष मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने वाले भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह को पुलिस ने आज आखिरकार गिरफ्तार कर लिया।

राज्य केे अपर पुलिस महानिदेशकर दलजीत चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दयाशंकर सिंह को बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया गया है। चौधरी के अनुसार बिहार पुलिस की मदद से उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने दयाशंकर को उसके बक्सर स्थित पैतृक आवास के पास से गिरफ्तार किया। 

जानकारी के अनुसार चौधरी ने बताया कि दयाशंकर के बक्सर में होने की सूचना मिलते ही यहां की पुलिस ने बिहार पुलिस से सम्पर्क साधा और उन्हे धर दबोचा । भाजपा के निष्कासित नेता को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा। सिंह बक्सर के मूल निवासी है लेकिन बक्सर से सटे उत्तर प्रदेश के बलिया में ननिहाल होने की वजह से वहीं रहते हैं। बलिया ही उनकी कर्मभूमि है। हालांकि उनकी पढाई लिखाई लखनऊ में हुई। लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंध के अध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह के बसपा अध्यक्ष के खिलाफ दिए बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति एकाएक गरम हो गई थी। यहां के तकरीबन सभी राजनीतिक दलों ने उनके बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

सिंह ने गत 19 जुलाई को मऊ में मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बसपा अध्यक्ष ने इसके खिलाफ अगले दिन ही राज्यसभा में हंगामा कर दिया। 21 जुलाई को बसपा कार्यकर्त्ताओं ने लखनऊ के हजरतगंज में दयाशंकर सिंह के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। शाम को ही हजरतगंज थाने में बसपा सचिव मेवालाल गौतम की ओर से सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बसपा के प्रदर्शन के दौरान सिंह के परिजनों के बारे में आपत्तिजनक नारे लगे।

22 जुलाई को उनकी पत्नी स्वाति सिंह ने इस पर घोर आपत्ति दर्ज की और उनकी सास तेतरा देवी ने मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, मेवालाल गौतम और राम अचल राजभर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। 23 जुलाई को भाजपा ने ‘बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में’ नारे के साथ राज्यव्यापी प्रदर्शन किया। 28 जुलाई को भाजपा महिला मोर्चा ने भी लखनऊ में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं की पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की भी हुई।

उधर, प्रशासन ने बिना अनुमति के प्रदर्शन करने के आरोप में पहले बसपा नेताओं के खिलाफ हजरतगंज थाने में रिपोर्ट लिखाई और बाद में भाजपा के खिलाफ हजरतगंज और कैसरबाग थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसी बीच, लखनऊ की एक अदालत ने दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारण्ट जारी कर दिया।

मामला नाजुक दौर में बढ़ता देख मायावती ने अपनी पार्टी के 25 जुलाई को राज्यव्यापी प्रदर्शन को वापस ले लिया। इस प्रकरण ने एक हफ्ते से अधिक तक सूबे की राजनीति गरमाए रखा। भाजपा का महिला मोर्चा ने यहां जबरदस्त प्रदर्शन किया । उधर, बसपा ने पूरे मामले पर जवाब देने के लिए आगामी 25 अगस्त को आगरा और 28 अगस्त को आजमगढ़ में विशाल रैली करने का एलान किया है।