UP में बोले राहुल, कांग्रेस नेताओं को जमीन पर उतरना होगा

punjabkesari.in Friday, Jul 29, 2016 - 08:09 PM (IST)

लखनऊ: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम में अपने कार्यकर्त्ताओं के सवालों के जवाब दे रहे हैं। कार्यकर्त्ताओं से बातचीत करते हुए राहुल ने कहा कि हम महंगाई के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में कांग्रेस सीएम और विधानसभा में पूर्ण बहुमत के लिए लड़ रही। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस नेताओं को जमीन पर उतरना होगा और लोगों से संवाद बनाना होगा। जनता को कहां क्या मुश्किलें आ रही है इस संबंधी कांग्रेस नेताओं को जानना जरूरी है। इसके लिए नेताओं के जमीनी स्तर पर काम करना पड़ेगा।
 

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि पीएम गरीब की थाली से दाल छीन रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने  मोदी जी से किसानों के बारे में सवाल पूछा, जवाब नहीं मिला। मोदी जी ने पहले किसानों की जमीन छीनी, अब दाल छीनने की कोशि‍श हो रही है। राहुल ने कहा कि मोदी जी केवल 3-4 उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं। गरीबों के लिए उन्होंने क्या किया है।
 

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में गुटबाजी के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए कार्यकर्त्ताआें से अपनी ताकत को पहचानने का आह्वान किया और संदेश दिया कि जमीन पर रहकर जनता के बीच रहने वाले कार्यकर्त्ताआें को ही पार्टी में आगे बढ़ाया जाएगा। राहुल ने ‘यूपी उद्घोष’ कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्त्ताआें के सवालों के जवाब देते हुए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर सिर्फ कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए उस पर तल्ख हमले किए।

‘मिशन-2017’ के लिए कांग्रेस की नई टीम के गठन के बाद पहली बार लखनऊ आए राहुल ने प्रदेश संगठन में गुटबाजी के सवाल पर स्पष्ट संदेश देते हुए कहा  कि उत्तर प्रदेश को पहले नम्बर पर लाना हमारा लक्ष्य है। हमारा जो रास्ता और दिशा है उसे लेकर कांग्रेस के अंदर आमराय है। अगर कोई उसके खिलाफ काम करेगा, चाहे वह कितना ही बड़ा हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव को एक योजना बनाकर लड़ेगी। उसमें हर नेता को कोई ना कोई जिम्मेदारी दी जाएगी।

नेता को जमीन पर उतरकर महीने में 20-25 दिन लडऩा पड़ेगा। जो लोग जमीन पर और जनता के बीच दिखाई देंगे। वे लोग जिनके जूते फटेंगे, जिनका कुर्ता गीला होगा, वे ही कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री 78 वर्षीय शीला दीक्षित को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के औचित्य के सवाल पर राहुल ने कहा कि सोच आयु से ज्यादा जरूरी चीज होती है। शीला में व्यापक अनुभव है, उन्होंने दिल्ली में 3 बार राज किया और उसे बदल दिया।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोग अपनी गलती पर पछता रहे हैं। वे कहते हैं कि पहले काम होता था, अब सिर्फ ड्रामा और बयानबाजी होती है। विधायक जेल जाते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सीधा मुकाबला किस पार्टी से होगा, इस सवाल पर राहुल ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि अगर कांग्रेस अपने कार्यकर्त्ताआें की आवाज पर चली तो आगामी विधानसभा चुनाव में उसके सामने कोई खड़ा नहीं हो सकेगा। उन्होंने कहा  कि मैं चाहता हूं कि हमारे कार्यकर्त्ता कों जमीनी नेताआें को जगह दी जाए और हम अपनी विचारधारा और नीतियों पर लड़ें। पार्टी की विचारधारा हर जाति, हर धर्म और हर सोच के व्यक्ति को जगह देने की है।

विधानसभा में किसी एक का एकाधिकार ना चले और गरीब से गरीब की आवाज उपर तक पहुंचे। लोकसभा में कल ‘अरहर मोदी’ के अपने तंज का जिक्र करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा ‘‘मोदी जी 3-4 चुने हुए उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने पहले आपकी जमीन छीनने की कोशिश की अब आपकी थाली से दाल छीनने की कोशिश कर रहे हैं। हम किसानों के भले के लिए और महंगाई के खिलाफ आंदोलन करेंगे और मोदी जी को समझाएंगे कि देश की गरीब जनता आपको झूठे वादों को नहीं मानती।