''विकास के मुद्दे के साथ चुनाव में उतरेगी समाजवादी पार्टी''

punjabkesari.in Wednesday, Jun 29, 2016 - 01:33 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा सपा सरकार विकास के एजेंडे को आगे रखकर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जनता के बीच जाएगी। यादव ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार समाजवादी व्यवस्था के अनुरूप प्रदेश को लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने सभी वर्गाें को बिना किसी भेदभाव के राहत और आगे बढऩे का अवसर मुहैया कराने का काम भी किया है। सरकार की उपलब्धियों को आकड़ों के साथ-साथ जमीन पर भी प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में प्रदेशवासियों को विभिन्न सरकारों के कामों के आकलन का मौका मिलेगा। समाजवादी सरकार ने सत्ता में आने के बाद बहुत कम समय में ही अपने चुनाव घोषणा-पत्र को लगभग पूरी तरह से लागू करने का काम किया है। घोषणापत्र के वादों को नीतियां बनाकर और संसाधन जुटाकर पूरा किया गया है। वर्तमान प्रदेश सरकार को सत्ता में आने पर एक बदहाल व्यवस्था मिली थी। समाजवादी सरकार ने प्रदेश के विकास की दिशा बदली हैं।

यादव ने कहा कि सपा सरकार ने वायदे के मुताबिक लैपटॉप वितरण का काम शुरू किया। कुछ लोगों ने इसे झुनझुना बताया। उन्होंने कहा कि लैपटॉप के बिना‘डिजिटल इण्डिया’के सपने को पूरा नहीं किया जा सकता। सरकार द्वारा अभी तक लगभग 18 लाख लैपटॉप का छात्र-छात्राओं के बीच में नि:शुल्क वितरण किया गया है। प्रदेश सरकार ने इतनी बड़ी योजना लागू की और इस योजना पर कोई उंगली भी नहीं उठा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास के साथ ही, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि के विकास के लिए काम किया गया है। प्रदेश सरकार का काम अब सबके सामने है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लम्बा प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेस-वे होने के साथ ही, सबसे कम समय में बनने वाला एक्सप्रेस-वे भी है।

उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव के आग्रह पर केवल 22 महीने में इसे पूरा किया जा रहा है। आगामी 2 अक्टूबर से इस पर गाडिय़ों का संचालन प्रारम्भ हो जाएगा। परियोजना के लिए किसानों से बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यह समाजवादी सरकार की नीतियों और कार्य प्रणाली की सफलता ही है कि जब पूरे देश में जमीन अधिग्रहण को लेकर बहस और विवाद का वातावरण बना हुआ था, उनकी सरकार ने किसानों से उनकी रजामन्दी और सहयोग से जमीन हासिल की।  

यादव ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे देश और प्रदेश की राजधानियों को जोडऩे के साथ ही तमाम शहरों और गावों को भी आपस में जोड़ रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के किनारे टाऊनशिप नहीं बनाई गई बल्कि आलू, दूध, फल-सब्जी तथा अनाज की मण्डियां विकसित की जा रही हैं। इससे शहरों को तो फायदा होगा ही, गांव की अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ेगी और महंगाई पर भी नियंत्रण होगा। यादव ने कहा कि प्रदेश के पूर्वी इलाके को देश और प्रदेश की राजधानियों से जोडऩे के लिए समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण हेतु बजट में 1500 करोड़ रुपए का इंतजाम किया गया है। समाजवादी सरकार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को 4-लेन मार्ग से जोड़ने के लिए कृतसंकल्प है।

वाराणसी से सोनभद्र, बाबतपुर से भदोही, हमीरपुर से कालपी, मुरादाबाद से सम्भल, बहराइच से श्रावस्ती आदि नए 4-लेन बनी सड़कों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश के 75 में से 49 जनपदों को 4-लेन मार्ग से जोड़ा जा चुका है। यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी भी अन्य राज्य के मुकाबले अधिक संख्या में मेट्रो रेल परियोजनाएं संचालित हैं। लखनऊ में मेट्रो रेल का काम रिकॉर्ड समय में पूरा किया जा रहा है।

कानपुर और वाराणसी शहरों में मेट्रो रेल परियोजना का डीपीआर तैयार हो गया है। जल्द ही, कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया जाएगा। आगरा और मेरठ शहरों में भी मेट्रो रेल चलाने का फैसला राज्य सरकार ले चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने प्रदेश में बिजली की उपलब्धता में लगभग दो-गुनी बढ़ोत्तरी की है। प्रदेश के वाराणसी सहित कई धार्मिक और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण शहरों में 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। गांवों और शहरों में बिजली की आपूर्ति पहले के मुकाबले बहुत अच्छी हो गई है, जिसके कारण इन्वर्टर और जेनरेटर की मांग में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी आ गई है।