आतंक का दूसरा नाम ददुआ डकैत फिर बना ‘भगवान’!
punjabkesari.in Tuesday, Feb 02, 2016 - 01:35 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बुन्देलखण्ड और उसके आसपास के क्षेत्रों में आतंक का पर्याय रहा डकैत शिव कुमार उर्फ ददुआ की मूर्ति की स्थापना की घोषणा से शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। इस विषय पर कोई अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर यहां पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक को जिलाधिकारी से बात कर इस सम्बन्ध में विधि सम्मत कदम उठाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक से स्थानीय अभिसूचना इकाई से रिपोर्ट लेकर शासन को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। उनका कहना था कि नैतिकता के आधार पर ददुआ को महिमामण्डित किया जाना गलत होगा, लेकिन अब देखना यह है कि कानूनी तौर पर उसकी मूर्ति की स्थापना को रोका जा सकता है या नहीं। इससे किसी के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन तो नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कानूनी तौर पर अपना काम करेगी।
गौरतलब है कि ददुआ के बेटे और समाजवादी पार्टी विधायक वीर सिंह अपने गांव फतेहपुर जिले के कबरहा गांव के हनुमान मंदिर में अपने पिता शिवकुमार उर्फ ददुआ, माता सिया देवी और ददुआ के मां-बाप की मूर्ति स्थापित करने की तैयारी कर रहे हैं। वीर सिंह ने बताया कि चार फरवरी से 14 फरवरी के बीच हनुमान मंदिर में लगातार धार्मिक आयोजन होंगे। इसी दौरान जयपुर से लाई जा रही इन चारों मूर्तियों को हनुमान मंदिर परिसर में स्थापित किया जाएगा। हनुमान मंदिर की स्थापना एक भव्य समारोह में स्वयं ददुआ ने करवाई थी।
दूसरी और, फतेहपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक इस बारे में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। जिलाधिकारी राजू रौतेला ने काफी कुरेदने पर कहा कि इस बारे में कानूनी राय ली जा रही है। ददुआ का अपने इलाके में आतंक था। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने 21 जुलाई 2007 को चित्रकूट के मानिकपुर के जंगलों में ददुआ को 7 साथियों के साथ मार गिराया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक से स्थानीय अभिसूचना इकाई से रिपोर्ट लेकर शासन को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। उनका कहना था कि नैतिकता के आधार पर ददुआ को महिमामण्डित किया जाना गलत होगा, लेकिन अब देखना यह है कि कानूनी तौर पर उसकी मूर्ति की स्थापना को रोका जा सकता है या नहीं। इससे किसी के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन तो नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कानूनी तौर पर अपना काम करेगी।
गौरतलब है कि ददुआ के बेटे और समाजवादी पार्टी विधायक वीर सिंह अपने गांव फतेहपुर जिले के कबरहा गांव के हनुमान मंदिर में अपने पिता शिवकुमार उर्फ ददुआ, माता सिया देवी और ददुआ के मां-बाप की मूर्ति स्थापित करने की तैयारी कर रहे हैं। वीर सिंह ने बताया कि चार फरवरी से 14 फरवरी के बीच हनुमान मंदिर में लगातार धार्मिक आयोजन होंगे। इसी दौरान जयपुर से लाई जा रही इन चारों मूर्तियों को हनुमान मंदिर परिसर में स्थापित किया जाएगा। हनुमान मंदिर की स्थापना एक भव्य समारोह में स्वयं ददुआ ने करवाई थी।
दूसरी और, फतेहपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक इस बारे में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। जिलाधिकारी राजू रौतेला ने काफी कुरेदने पर कहा कि इस बारे में कानूनी राय ली जा रही है। ददुआ का अपने इलाके में आतंक था। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने 21 जुलाई 2007 को चित्रकूट के मानिकपुर के जंगलों में ददुआ को 7 साथियों के साथ मार गिराया था।