OMG! इस अस्पताल में डॉक्टर नहीं भूत करते थे मरीजों का इलाज (Pics)
punjabkesari.in Thursday, Feb 04, 2016 - 01:18 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में स्थित बलरामपुर अस्पताल डिसपेंसरी के रुप में जाना जाता था। यह अस्पताल सबसे डरावनी जगहों में शामिल था। 1896 में स्थापित इस डिस्पेंंसरी को लेकर एक कहावत है कि यहां भूत आकर मरीजों का अॉपरेशन किया करते थे।
जानकारी के अनुसार अस्पताल के पुराने डॉक्टरों के स्टाफ का कहना है कि कुछ समय पहले यहां रात को एक युवती पथरी की शिकायत पर भर्ती हुई थी। इस दौरान सारे डॉक्टर घर जा चुके थे। अगले दिन जब डॉक्टर अस्पताल आए तो देखा कि महिला का अॉपरेशन हो चुका था। वहीं जब मौके पर मौजूद नर्स से पूछा गया तो उसने बताया कि अभी तक कोई डॉक्टर नहीं आया है। स्टाफ का कहना है कि उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में दो ब्रिटिश सर्जन की छाया दिखाई दी लेकिन कुछ समय के बाद वह अचानक गायब हो गए।
बताया जाता है कि 1869 में खुली इस डिसपेंसरी में सैनिकों से लेकर आम जनता तक का इलाज किया जाता था। 1901-02 के बीच महाराजा बलरामपुर सर भगवती प्रसाद सिंह ने अस्पताल के लिए जमीन और धन उपलब्ध कराया था। इसके बाद से ही इसका नाम बलरामपुर अस्पताल कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार अस्पताल के पुराने डॉक्टरों के स्टाफ का कहना है कि कुछ समय पहले यहां रात को एक युवती पथरी की शिकायत पर भर्ती हुई थी। इस दौरान सारे डॉक्टर घर जा चुके थे। अगले दिन जब डॉक्टर अस्पताल आए तो देखा कि महिला का अॉपरेशन हो चुका था। वहीं जब मौके पर मौजूद नर्स से पूछा गया तो उसने बताया कि अभी तक कोई डॉक्टर नहीं आया है। स्टाफ का कहना है कि उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में दो ब्रिटिश सर्जन की छाया दिखाई दी लेकिन कुछ समय के बाद वह अचानक गायब हो गए।
बताया जाता है कि 1869 में खुली इस डिसपेंसरी में सैनिकों से लेकर आम जनता तक का इलाज किया जाता था। 1901-02 के बीच महाराजा बलरामपुर सर भगवती प्रसाद सिंह ने अस्पताल के लिए जमीन और धन उपलब्ध कराया था। इसके बाद से ही इसका नाम बलरामपुर अस्पताल कर दिया गया।