राष्ट्रीय खिलाड़ी की मजबूरी, गोबर लेपकर काट रही दिन!

punjabkesari.in Wednesday, Dec 23, 2015 - 06:08 PM (IST)

लखनऊः  सरकार भले ही दावे करती हो कि वह खिलाड़ियों को प्रोत्साहन ही नही देती बल्कि गरीब और प्रतिभावान खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें बढ़ावा भी देती है। लेकिन महिमा के मामले मे यह दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर के एक गांव की कबड्डी खिलाड़ी महिमा ने अपनी प्रतिभा से राष्ट्रीय स्तर पर अपने गांव का नाम ही रोशन नही किया बल्कि अपने मां-बाप का नाम भी रोशन किया है। महिमा ने अपने हुनर से राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी में 7वां स्थान पाकर देश में हलचल पैदा कर दी थी।आर्थिक तंगी के चलते महिमा गांव में गोबर पाथकर अपना जीवन बिता रही है।

आपको बता दें कि एक महीना पहले सीएम अखिलेश यादव से मिलकर आने वाली इस गरीब खिलाड़ी को सरकार से न तो कोई ट्रेनर ही मिला और न कोई आर्थिक सहायता। अपनी बेटी के जौहर पर नाज करने वाली मां अब मायूस होने लगे है। अपने गांव और जिले का नाम रोशन करने वाली होनहार 10वीं की छात्रा महिमा की आर्थिक तंगी को देखकर सपा के शिक्षक विधायक संजय मिश्रा पिघल गए थे जिसके चलते उन्होने महिमा की मुलाकात एक महीना पहले सीएम अखिलेश यादव से कराई थी उसके बाबजूद खुद विधायक जी उसकी फाईल ही दाबकर बैठे गए। आज तक उसकी फाईल मुख्यमंत्री तक नही पहुंच पाई है।