''कुतर्क कर रहीं मायावती पहले अपने गिरेबां में झांकें''

punjabkesari.in Sunday, Jul 24, 2016 - 05:31 PM (IST)

लखनऊ: भाजपा ने बसपा मुखिया मायावती पर ‘गाली प्रकरण’ को लेकर कुतर्क करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरों से कार्रवाई की अपेक्षा करने वाली इस बसपा नेता को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। भाजपा के प्रान्तीय महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने कार्यकर्त्ताओं की ‘पेश करो’ की टिप्पणी पर अधकचरी और हास्यास्पद सफाई दी है। देश की जनता यह अच्छी तरह समझती है कि किसी महिला को ‘पेश करने’ का क्या मतलब होता है।

उन्होंने कहा कि दूसरों से अपेक्षा करती मायावती अपने गिरेबां में झांककर देखें। वह अपने सहयोगी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करतीं, जिनके सामने बसपा कार्यकर्त्ता ‘दयाशंकर सिंह की बीवी को पेश करो-पेश करो’ के नारे लगाकर नारी का अपमान कर रहे थे। पाठक ने कहा कि पेश करो की टिप्पणी को ‘दूषित मानसिकता’ से देखे जाने की बात करने वाली मायावती दयाशंकर सिंह की पत्नी और मां के सवालों पर खामोश क्यों हैं।

अपनी टिप्पणी को लेकर सिंह ने, केन्द्रीय मंत्री अरण जेटली और खुद भाजपा ने माफी मांगी लेकिन जिस तरह से सिंह की मासूम बेटी के बारे में कहा गया उसके लिये ना तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने माफी मांगी और ना ही मायावती ने। पाठक ने कहा कि भाजपा नसीमुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई के रख पर कायम है। मिलीभगत तो बसपा और सपा में है। सिंह की गिरफ्तारी के लिए तो छापे पड़ रहे हैं, लेकिन जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज है वे खुलेआम प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। 

बसपा अध्यक्ष मायावती ने भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह द्वारा उनके बारे में इस्तेमाल किए गए अपशब्दों के विरोध में पिछले दिनों लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान बसपा कार्यकर्त्ताआें की आपत्तिजनक नारेबाजी पर सफाई दी और इसे लेकर उठे प्रतिवाद को ‘दूषित मानसिकता’ की निशानी बताया।

मायावती ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि धरना प्रदर्शन में जो नारे लगाए गए थे उन्हें दूषित मानसिकता से देखकर मीडिया में प्रचारित कराया गया है। उन्होंने कहा कि जिस अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल दयाशंकर ने किया, क्या उसकी मां, बहन और बेटी उसे सही ठहराएंंगे। हमारे कार्यकर्त्ताआें ने इसका जवाब लेने के लिए ही उनकी मां, बहन और बेटी को पेश करने को कहा था।