जब मंदिर में हनुमान जी को सुनाया गया ''तेरी जवानी तौबा-तौबा''...तो पढ़िए क्या हुआ
punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2016 - 12:34 PM (IST)
लखनऊ: लखनऊ में गोमती नदी के किनारे एक हनुमान मंदिर है। यह मंदिर नदी पर बने एक पुल के किनारे बना है। इस कारण यह पुल हनुमान सेतु एवं मंदिर हनुमान सेतु मंदिर कहलाता है। हनुमान सेतु पर स्थापित हनुमान मंदिर का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें भजन संध्या के नाम पर रविवार को गायक किशोर चतुर्वेदी ''हंसता हुआ नुरानी चेहरा, काली जुल्फे रंग सुनहरा, तेरी जवानी तौबा-तौबा'' गाने नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इस हनुमान सेतु मंदिर ट्रस्ट के संचालक गृहमंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी हैं। इस मंदिर से राजधानी के लाखों लोगों की न केवल भक्ति जुड़ी है बल्कि आई.ए.एस. से लेकर बडे़-बड़े अधिकारी और नेता भी यहां माथा टेकने आते हैं। इस मंदिर की स्थापना नीम करौरी बाबा ने कराई थी।
बताया जा रहा है इस मंदिर के प्रति लोगों की इतनी भक्ति है कि लोग अपनी इच्छा को लेकर इस मंदिर में अर्जी बकायदा चिट्ठी लिख कर लगाते हैं। जब लोगों की इच्छा पूरी हो जाती है तो वे अपनी खुशी और भक्ति से हनुमान जी का श्रृंगार कराते हैं।
वहीं दूसरी तरफ मंदिर में आयोजित भजन संध्या में शामिल होने वाले धीरेंद्र नाथ मिश्र के अनुसार आस्था और भक्ति के प्रतीक इस मंदिर में कम से कम इस तरह के गाने नहीं होने चाहिए थे। उनका कहना है कि जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इस बात का विरोध भी दर्ज कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, भजन संध्या कार्यक्रम का संचालन कर रहे अनुपम अवस्थी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में अश्लीलता हो रही है, आगे से ऐसे कार्यक्रम नहीं होंगे।
जानकारी के अनुसार इस हनुमान सेतु मंदिर ट्रस्ट के संचालक गृहमंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी हैं। इस मंदिर से राजधानी के लाखों लोगों की न केवल भक्ति जुड़ी है बल्कि आई.ए.एस. से लेकर बडे़-बड़े अधिकारी और नेता भी यहां माथा टेकने आते हैं। इस मंदिर की स्थापना नीम करौरी बाबा ने कराई थी।
बताया जा रहा है इस मंदिर के प्रति लोगों की इतनी भक्ति है कि लोग अपनी इच्छा को लेकर इस मंदिर में अर्जी बकायदा चिट्ठी लिख कर लगाते हैं। जब लोगों की इच्छा पूरी हो जाती है तो वे अपनी खुशी और भक्ति से हनुमान जी का श्रृंगार कराते हैं।
वहीं दूसरी तरफ मंदिर में आयोजित भजन संध्या में शामिल होने वाले धीरेंद्र नाथ मिश्र के अनुसार आस्था और भक्ति के प्रतीक इस मंदिर में कम से कम इस तरह के गाने नहीं होने चाहिए थे। उनका कहना है कि जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इस बात का विरोध भी दर्ज कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, भजन संध्या कार्यक्रम का संचालन कर रहे अनुपम अवस्थी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में अश्लीलता हो रही है, आगे से ऐसे कार्यक्रम नहीं होंगे।