जवाहरबाग कांड-बुलंदशहर गैंगरेप को लेकर बीएसपी का हंगामा, सदन स्थगित

punjabkesari.in Monday, Aug 22, 2016 - 12:56 PM (IST)

लखनऊ: प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन बीएसपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया। सदन में जवाहरबाग कांड और बुलंदशहर गैंगरेप को लेकर सरकार विरोधी पोस्‍टर और बैनर लहराए गए। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्‍यक्ष माता प्रसादम पांडेय ने विधान परिषद स्‍थगित कर दी। 
 
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा है और इसके लिए दलीय नेताओं की बैठक बुलाई है। विधान परिषद के सभापति डा. रमेश यादव ने भी सभी दलों के नेताओं से सहयोग की अपील की है। इस सत्र में 25 हजार करोड रुपए के अनुपूरक बजट को भी अनुमोदित किया जाना है। 


माना जा रहा था कि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले विधानसभा का यह अंतिम सत्र होगा लेकिन सूत्रों का कहना है कि नवम्बर में एक संक्षिप्त सत्र आहूत कर सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू करने सम्बन्धी विधेयक पेश किया जा सकता है। उसी सत्र में एक और अनुपूरक बजट पेश किया जा सकता है। राज्य सरकार ने सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जो अन्तरिम रिपोर्ट नवम्बर और अन्तिम रिपोर्ट फरवरी में देगी।

सत्र के पहले दिन उन पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी जिनकी मृत्यु हो चुकी है। सत्र 30 अगस्त तक चलेगा और इसमें 6 बैठकें होंगी। इसी सत्र में पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगलों को खाली नहीं किए जाने संबंधी विधेयक भी पेश किया जा सकता है। उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में अपने एक आदेश में इन बंगलों को 2 माह में खाली करने का आदेश दिया था। 

सूत्रों के अनुसार 24 अगस्त को जीएसटी विधेयक और अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इस सत्र में विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री के वेतनवृद्धि के सम्बन्ध में भी विधेयक पेश किया जाएगा। अर्से बाद नेता विरोधी दल की कुर्सी पर स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं दिखेंगे। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी(बसपा) छोड दी है। उनके स्थान पर गया चरण दिनकर सदन में पहली बार नेता विरोधी दल के रुप में बैठेंगे। मौर्य की विधानसभा से सदस्यता रद्द किए जाने सम्बन्धी याचिका विधानसभा अध्यक्ष के यहां लंबित है।

मौर्य के साथ ही कुछ और विधायकों के बैठने के स्थान में तब्दीली हो सकती है क्योंकि कई विधायकों ने दल बदले हैं। हालांकि उनके बैठने का स्थान विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय तय करेंगे। इस बीच, विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि सत्र के दौरान ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्रियों के तैलीय चित्रों का विधानभवन परिसर में अनावरण करेंगे। वह सदन की कार्यवाही का आन लाइन व्यवस्था का भी उद्घाटन करेंगे।