तस्वीरों में देखिए, कड़ी मशक्कत के बाद कैसे पकड़ा गया तेंदुआ

punjabkesari.in Thursday, Apr 14, 2016 - 03:31 PM (IST)

मेरठ:  उत्तर प्रदेश के मेरठ छावनी इलाके में मंगलवार की सुबह घुसा तेंदुआ आखिरकार लंबी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम के कब्जे में आ ही गया। पकड़े जाने से पहले तेंदुआ 6 लोगों को घायल कर चुका था। तेंदुए को पकड़ने के लिए सेना, पुलि‍स और वन विभाग के करीब 200 लोगों की टीम लगी हुई थी। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद वन विभाग, पुलिस और प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।  

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश चंद्र दुबे ने बताया कि वन विभाग की टीम ने लंबी मशक्कत के बाद आज पूर्वाह्न लगभग 11 बजे तेंदुए को पकड़ लिया । उन्होंने कहा कि तेंदुए को छावनी इलाके में स्थित 60 इंजीनियर्स जेसीआे मेस के पुराने गोदाम से पकड़ा गया जहां वह कल सुबह से छिपा बैठा था। मौके पर मौजूद वन संरक्षक एच.के. अवस्थानी ने  बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ मादा है जिसकी उम्र करीब दो-ढाई साल है।

उन्होंने बताया कि ट्रैंकुलाइजर गन शॉट के बाद तेंदुए ने भगने की कोशिश में एक चिकित्सक को घायल कर दिया, जो ट्रैंकुलाइजर गन लिए खड़े थे। वन संरक्षक के अनुसार तेंदुए का उपचार किया जा रहा है । उपचार के बाद तेंदुए को सहारनपुर जनपद में शिवालिक के जंगलों में छोड़ दिया जाएगा।

गौरतलब है कि सेना अस्पताल परिसर की दीवार फांदने के दौरान तेंदुए का पंजा किसी नुकीली चीज की चपेट में आ गया था जिससे वह जख्मी हो गया था । तेंदुआ मेरठ के छावनी इलाके में मंगलवार की सुबह सेना अस्पताल के पास देखा गया था। इसके बाद से ही उसे पकडऩे के लिए वन विभाग का पूरा अमला सेना और पुलिस के सहयोग से जुटा हुआ था।

तेंदुए को पकडऩे के लिए कानपुर चिडिय़ा घर, दुधवा नेशनल पार्क और दिल्ली समेत कई स्थानों से विशेषज्ञों की टीम आई हुई थी। तेंदुए ने वन विभाग की टीम को खूब छकाया । इधर-उधर भागते हुए उसने आधा दर्जन लोगों को घायल कर दिया था । तेंदुए के हिंसक होने के चलते शहर और छावनी इलाके में लोग दहशत में थे । स्कूल और कॉलेजों में जिलाधिकारी के आदेश पर अवकाश घोषित कर दिया गया था।