विधानसभा सत्र का दूसरा द‍िनः कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष का योगी सरकार पर हमला

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2017 - 12:13 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू हो गई है। कल की तरह आज भी विपक्ष का योगी सरकार पर हमला जारी है। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने कानून व्यवस्था और मथुराकांड पर काम रोको प्रस्ताव पेश किया। जिसे स्पीकर ने नहीं माना। विधानसभा स्पीकर हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि प्रश्नोत्तर काल के बाद सभी को अपनी बात कहने का समय दिया जाएगा। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस और सपा विधायकों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन से वॉक आउट कर दिया।

सुरेश खन्ना के बयान के बाद मचा हंगामा
इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने जैसे ही कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है। विपक्ष सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। इस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी अपनी सीट से खड़े हो गए और विरोध करने लगे। इस दौरान विधानसभा स्पीकर हृदयनारायण दीक्षित लगातार विपक्ष के नेताओं को समझाने की कोशिश करते दिखाई दिए।

वहीं इस दौरान सपा के नेता विधायक दल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर जगह लूट, बलात्कार और हत्याएं हो रही हैं। इस पर जवाब देते हुए सुरेश खन्ना ने कहा कि जहां भी घटनाएं हुई हैं, उस पर कार्रवाई भी हो रही है। पूरी तत्परता के साथ मामलों से निपटा जा रहा है।

विधानपरिषद में भी हंगामा
उधर विधान परिषद में कार्यवाही शुरू होती ही सपा के विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने प्रश्नकाल रोक कर कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि मथुरा में हुई हत्या पर चर्चा की जाए। इस पर विधान परिषद के सभापति ने जीरो ऑवर में चर्चा की बात कही।

सभापति के टेबल तक पहुंची संविदा कर्मी
इस दौरान विधान परिषद के सभापति की टेबल तक एक संविदा कर्मी पहुंच गई। इस दौरान सदन में अफरातफरी मच गई। मौके पर उपस्थित सुरक्षा कर्मी उस महिला को खींचकर बाहर ले गए। पता चला कि महिला संविदाकर्मी विधान परिषद में कार्यरत है। इस घटना के बाद सदस्यों ने सुरक्षा में चूक पर सवाल उठाया।

पहले दिन भी हुआ था जमकर हंगामा
गौरतलब है कि इससे पहले कल भी विधानसभा सत्र के दौरान व‍िपक्ष ने जमकर हंगामा क‍िया था। विरोध में गवर्नर राम नाइक पर कागज के टुकड़े तक फेंके गए थे। 17वां व‍िधानसभा का ये सत्र 22 मई तक चलेगा। विधायकों के इस व्यवहार से राज्यपाल नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा कि समूचा उत्तर प्रदेश आपको देख रहा है। विधायकों का सदन में यह व्यवहार ठीक नहीं है। हालांकि राज्यपाल ने भारी हंगामे के बीच अभिभाषण जारी रखा था।