बिहार में मौत का बुखार, 10 दिन में 31 मासूम बच्चों की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2019 - 12:00 PM (IST)

पटनाः बिहार में इंसेफेलाइटिस(मस्तिष्क ज्वर) का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। 2 जून से लेकर अब तक मस्तिष्क ज्वर के चलते 31 बच्चों की मौत हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज अधीक्षक सुनील शाही का कहना है कि जनवरी से लेकर 2 जून तक इंसेफेलाइटिस के 13 मामले सामने आए थे जिसमें 3 की मौत हो गई थी। 2 जून के बाद से इंसेफेलाइटिस के 86 मामले सामने आए जिसमें 31 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं सरकार अभी तक 11 बच्चों की मौत की बात कह रही है। 

एईएस से बच्चों की मौत मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की केंद्रीय टीम मुजफ्फरपुर पहुंच गई है। चार सदस्यीय टीम मामले की जांच करेगी। डॉक्टर अरुण सिन्हा की अगुवाई में जांच होगी। जांच टीम में पटना एम्स के डॉक्टर लोकेश भी मौजूद हैं।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुजफ्फरपुर में 11 बच्चों की मौत हुई जिसमें एक बच्चे की मौत एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से हुई है। अन्य बच्चों की मौत हाइपोग्लाइसीमिया यानी अचानक शुगर की कमी से हुई है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में संदिग्ध एईएस या चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 36 तक पहुंच गई है।

इस बीमारी की जांच के लिए दिल्ली से आई नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की टीम और पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) की टीम भी मुजफ्फरपुर का दौरा कर चुकी है। गौरतलब है कि हर साल इस मौसम में मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर देखने को मिलता है। 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। मरने वालों में अधिकांश बच्चों की आयु एक से सात वर्ष के बीच है।

prachi