'मोदी राज' में हुए 8 बड़े रेल हादसे, 348 से ज्यादा परिवारों के बुझे चिराग!

punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2017 - 08:01 PM (IST)

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली रेलवे स्टेशन के पास कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस(गाड़ी नंबर-18477) दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ऐसे में विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार के खिलाफ सवाल उठा रही हैं कि केंद्र सरकार बुलेट ट्रेन के लिए बजट जुटा रही है, लेकिन ये हादसे बयां कर रहे हैं कि सरकार वर्तमान रेल व्यवस्था पर जरा भी ध्यान नहीं है। आईए एक नजर डालते हैं मोदी सरकार के दौरान हुए बड़े रेल हादसों पर।

1. पुखरायां रेल हादसा
20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ। इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

2. भदोही में ट्रेन हादसा
25 जुलाई 2016 को भदोही इलाके में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन टकरा गई, जिसमें 7 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है। इस वैन में 19 बच्चे सवार थे।

3. जनता एक्सप्रेस ट्रेन हादसा
20 मार्च 2015 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 34 लोग मारे गए थे। यह हादसा रायबरेली के बछरावां रेलवे स्टेशन के पास हुई हुआ था।

4. मूरी एक्सप्रेस हादसा
25 मई 2015 को कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे।

5. पटरी से उतरी 2 ट्रेनें
5 अगस्त 2015 में मध्य प्रदेश के हरदा के करीब एक ही जगह पर 10 मिनट के अंदर दो ट्रेन हादसे हुए। इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गईं। माचक नदी पर रेल पटरी धंसने की वजह से हरदा में यह हादसा हुआ। बता दें कि माचक नदी उफान पर थी। दुर्घटना में 31 मौतें हुईं।

6. गोरखधाम एक्सप्रेस टक्कर
26 मई, 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में चुरेन रेलवे स्टेशन के पास गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को उसी ट्रैक पर टक्कर मार दी। इस हादसे में 22 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

7. पटरी से उतरे 6 डिब्बे
मई 2014 में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में कोंकण रेलवे रूट पर एक यात्री सवारी गाड़ी का इंजन और 6 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई जबकि 124 लोग घायल हुए।