वैष्णो देवी में भूस्खलन से यूपी के एक युवक की मौत, एक लापता, मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 32, प्रशासन ने रोकी यात्रा
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 01:10 PM (IST)

लखनऊ: जम्मू-कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे दिन मूसलाधार बारिश जारी है। माता वैष्णो देवी धाम की ओर जाने वाले मार्ग पर लैंडस्लाइड की वजह से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 32 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में यूपी के एक युवक की मौत हो गई है जबकि एक एक बाढ़ में लापता हो गया है। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक मरने वाले युवक आगरा का रहने वाला है जबकि, दूसरा मुजफ्फरनगर का है।
भूस्खलन में कम से कम 32 लोग की मौत
अधिकारियों ने कहा कि लगातार और भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 32 लोग की मौत हो गई है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई। कटरा से मंदिर तक की 12 किलोमीटर की घुमावदार यात्रा के लगभग आधे रास्ते में एक स्थान पर भूस्खलन हुआ। मंदिर तक जाने के दो मार्ग हैं, जिसमें हिमकोटि पैदल मार्ग पर सुबह से यात्रा स्थगित कर दी गई थी, जबकि पुराने मार्ग पर अपराह्न डेढ़ बजे तक यात्रा जारी थी। हालांकि अधिकारियों ने मूसलाधार बारिश को देखते हुए यात्रा अगले आदेश तक स्थगित करने का फैसला किया।
बाढ़ग्रस्त लखनपुर गांव में अर्द्धसैनिक बल के 12 से अधिक जवान फंसे
अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले के बाढ़ग्रस्त लखनपुर गांव में अर्द्धसैनिक बल के 12 से अधिक जवान फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में लगातार बारिश जारी रही और तवी, चिनाब, उझ, रावी और बसंतर सहित लगभग सभी नदियों में पानी खतरे के स्तर से कई फुट ऊपर है।
बाढ़ से भारी नुकसान
कश्मीर घाटी में भी रात भर भारी बारिश हुई, जहां मुख्य झेलम नदी अनंतनाग जिले के संगम पर 21 फुट के बाढ़-चेतावनी निशान को पार कर गई और बुधवार सुबह श्रीनगर के राम मुंशी बाग में 18 फुट के बाढ़-चेतावनी निशान से केवल दो फुट नीचे थी। जम्मू-कश्मीर में निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों, खासकर नदी किनारे के इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में जलाशयों के उफान पर होने और अचानक आई बाढ़ के कारण कई प्रमुख पुलों, घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है।