2019 से पहले सपा में बगावत के सुर, कांग्रेस से गठबंधन पर नाराज अबू आज़मी ने दी खुद के उम्मीदवार उतारने की धमकी
punjabkesari.in Friday, Apr 27, 2018 - 08:00 PM (IST)
लखनऊः 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर सपा में अभी से बगावत के सुर उठने लगे हैं। सपा नेता अबू आज़मी ने कांग्रेस को धोखेबाज और अवसरवादी पार्टी करार देते हुए कांग्रेस के खिलाफ खोला मोर्चा दिया है। अबू आजमी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव काे पत्र भेजकर कांग्रेस से गठबंधन न करने की अपील की है। इसके साथ ही अबू आजमी ने कहा है कि अगर सपा-कांग्रेस का गठबंधन हाेगा ताे वह खुद के कैंडिडेट काे इनके खिलाफ मैदान में उतारेंगे। बता दें कि अबू आजमी सपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
अबु आजमी ने अखिलेश को लिखे पत्र में कहा है कि आप देश में नफरत की राजनीति, धर्म के नाम पर राजनीति और फिरकापरस्ती के खिलाफ सच्चाई से लड़ाई लड़ रहे हैं। इसकी जीती जागती मिसाल उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में देखने को मिली। सपा ने 21 विधायक वाली कांग्रेस को गठबंधन में 105 सीटें दी जबकि कई विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी के पास उम्मीदवार तक नहीं थे। मुझे ये भी मालूम है कि पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में आप ने सिर्फ दो सीटों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए कहा, लेकिन कांग्रेस नहीं मानी और ना ही कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से गठजोड़ किया। जिसका नतीजा ये हुआ कि गुजरात में फिर से बीजेपी चुनकर आ गई।
अबु ने अखिलेश को अवगत कराया कि अभी कर्नाटक चुनाव में आप का नाम कांग्रेस पार्टी की तरफ से स्टार प्रचारक के तौर पर एलान किया गया है। क्या कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक में समाजवादी पार्टी के लिए कोई सीट छोड़ी हैं और अगर नहीं छोड़ी है तो फिर आप क्यों उनके स्टार प्रचारक बनेंगे?
अबु ने कहा, ‘मैंने पूरी ईमानदारी के साथ जब और जहां जरूरत पड़ी है कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ फिरकापरस्ती के साथ खड़ा रहता हूं। मुझे अफसोस के साथ आपको बताना पड़ रहा है कि 19 अप्रैल 2018 को मुंबई मनपा के प्रभाग का चुनाव था, जहां से मैं विधायक हूं उस इलाके में समाजवादी पार्टी के 5 नगर सेवक चुनकर आए। प्रभाग का चेयरमैन बनने के लिए 8 वोटों की जरूरत थी। वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक, एमआईएम का एक और कांग्रेस का एक नगर सेवक था।
मैंने कांग्रेस का एक वोट लेने के लिए मुंबई प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम समेत कांग्रेस के सभी नेताओं से कई बार बात की। मेरी पूरी कोशिश के बावजूद कांग्रेस के इकलौते नगर सेवक विठल लोकरे ने खुलेआम कहा कि मैं अपना वोट आपको (समाजवादी पार्टी )नहीं बल्कि शिवसेना को दूंगा। इस पर संजय निरूपम ने हमारी बात नहीं सुनी और मुझे पूरा यकीन है कि उनके इशारे पर ही उनका एक वोट शिवसेना को गया।
मुलायम ने भी दी है कांग्रेस से गठबंधन न करने की नसीहत
गाेरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव काे कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने की नसीहत दी थी। बावजूद इसके अखिलेश ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया आैर पार्टी काे बुरी हार का सामना करना पड़ा।