आगरा: महागठबंधन की रैली आज, मायावती की गैरमौजूदगी में मोर्चा संभालेंगे अखिलेश-अजित

punjabkesari.in Tuesday, Apr 16, 2019 - 01:47 PM (IST)

आगरा: धर्म के आधार पर वोट मांगने के मामले में राज्य चुनाव आयोग ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में मायावती अब आगरा में होने वाली सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की रैली में पहुंच नहीं पाएंगी। उनकी गैरहाजिरी में रैली की कमान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, रालोद मुखिया अजित सिंह और बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारी संभालेंगे। 

आज शाम समाप्त होगा चुनाव प्रचार
18 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए चल रहा चुनाव प्रचार मंगलवार शाम समाप्त हो रहा है। ऐसे में महागठबंधन के लिए यह महत्वपूर्ण रैली है जिसमें एक साथ रैली कर तीनों नेता मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए एकजुटता दिखाने वाले थे। लेकिन बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर चुनाव आयोग की सख्ती की वजह से वो रैली में मौजूद नहीं रह पाएंगी।

सुप्रीम कोर्ट पहुंची मायावती को लगा झटका
सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा 2 दिन का प्रतिबंध लगाए जाने से नाराज मायावती मंगलवार सुबह ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं लेकिन उन्हें वहां भी कोई राहत नहीं मिली। सुप्रीम कोर्ट ने मायावती की अर्जी पर सुनवाई से साफ इनकार कर दिया। मायावती को फिलहाल सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम कह सकते हैं कि चुनाव आयोग ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग ने आचार संहिता​ तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई की।

मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उठाया ये सवाल
मंगलवार को आगरा में होने वाली चुनावी सभा पर रोक से पहले बीएसपी सुप्रीमो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चुनाव आयोग नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर किसी भी तरह की रोक नहीं लगा रहा है। चुनाव आयोग अगर हमारे ऊपर भड़काऊ भाषण का आरोप सही मानते हुए रोक लगा सकता है तो नरेंद्र मोदी पर क्यों नहीं?

दूसरे चरण में इन सीटों पर होंगे चुनाव
दूसरे चरण में 18 अप्रैल को पश्चिम यूपी की मथुरा, आगरा, फतेहपुर सिकरी, नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस में चुनाव होने हैं। इस इलाके में मायावती का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है, इसलिए मायावती की कोशिश थी कि चुनाव आयोग से लगे प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल जाए और वो आज की रैली को संबोधित कर सकें, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। 

Ajay kumar