अखिलेश को खून से पत्र लिखने वाली बच्चियों को योगी सरकार से जगी न्याय की उम्मीद

punjabkesari.in Monday, Jul 03, 2017 - 07:01 PM (IST)

बुलंदशहर(इकबाल सैफी): यूपी के सीएम अदित्यनाथ योगी के यहां से पत्र बुलन्दशहर पहुंचा तो दो मासूमों की मरी हुई उम्मीद एक बार फिर जाग उठी और वो जिला अधिकारी के दरबार आ पहुंची। आपको बता दें ये दोनों वही मासूम हैं जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने खून से पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोपी के पिता की गिरफ्तारी के साथ-साथ दोनों बच्चियों की पढ़ाई, बच्ची के नानी का इलाज, मामा की नौकरी और बच्चियों को रहने के लिए आवास के साथ पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की थी लेकिन इन बच्चियों को आज तक मदद नहीं मिल पाई।

क्या है पूरा मामला? 
दरअसल 14 जून 2016 को अनु बंसल को ससुराल में जला दिया गया था। 20 जून 2016 को अनु की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हत्या का आरोप अनु के पति मनोज बंसल सहित ससुराल पक्ष पर लगा था। जब अगस्त तक भी ससुराल पक्ष के किसी युवक को बुलन्दशहर पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया तो मृतका की दोनों मासूम बेटियों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खुद के खून से पत्र लिखा था।

खबर मीडिया में आई तो देशभर में यूपी सरकार की आलोचना शुरू हो गईं। और आखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जि़ला प्रशासन द्वारा दोनों बच्चियों को परिजनों के साथ लखनऊ अपने आवास पर बुलाया। वहीं पूर्व सीएम ने आरोपियों की तुरन्त गिरफ्तारी के आदेश देते हुए दोनों मासूम बच्चियों को पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद के साथ रहने के लिए आवास और बच्ची की नानी के कैंसर के इलाज कराने और पीड़ित बच्चियों के मामा को नौकरी दिलाने की घोषणा की थी। 

सपा सरकार ने पीड़ित बच्चियों की नानी की हालत बिगड़ते देख जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार को 5 लाख का चेक दिया। पीड़ित परिवार ने वो पैसा नानी के इलाज में खर्च कर दिया था लेकिन जिस मदद का वादा पूर्व मुख्यमन्त्री ने इन पीड़ित बच्चियों से किए थे वो वायदे शायद अखिलेश यादव भूल गए, हालांकि यूपी में शासन बदल गया।

राज्यपाल को बच्चियां ने लिखा दोबारा खत 
बच्चियां हिम्मत नहीं हारी और महामहिम राज्यपाल राम नाईक को एक बार फिर पत्र लिखकर पूर्व सरकार कि-की गईं घोषणाएं याद दिलाई तो महामहिम राज्य ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को पत्र लिखकर इसका जवाब मांगा। 

CM ने दिया घोषणाएं पूरा करने का निर्देश
सीएम आदित्यनाथ योगी ने पत्र के जवाब में लिखा कि जो बच्चियों के लिए घोषणाएं की थी उन्हें पूरा करने का निर्देश दिया। संबंधित अधिकारियों ने राज्यपाल और सीएम आदित्यनाथ योगी के पत्रों की कॉपी कोरियर के माध्यम से पीड़िताओं के घर भी पहुंचा है।

न रहने को घर मिला न ही पढ़ाई की ही कोई सरकारी जिम्मेदारी-पीड़िता 
वहीं पीड़ित बच्चियों की माने तो अब तक ना तो उन्हें रहने के लिए घर मिला और ना ही उनकी पढ़ाई की ही कोई सरकारी जिम्मेदारी है। 

क्या कहते हैं अधिकारी?
वहीं पत्र दोनों बच्चियों के मिली पत्र को देखने के बाद जिला अधिकारी का साफ कहना कि अभी तक उन्हें शासन से कोई आदेश नहीं मिला है, हालांकि जि़ला अधिकारी जल्द पत्र प्रकरण का संज्ञान लेने की बात कह रही हैं।