‘अखिलेश का ‘काम बोल’ रहा होता को गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ती’

punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2017 - 09:07 PM (IST)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में विकास के बजाय दूसरे मुद्दों के जोर पकडऩे पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और गुजरात के प्रभारी डॉ. दिनेश शर्मा नेे कहा कि ये विपक्ष की विकास के ‘‘मुद्दों से भटकाने की कोशिश’’ है। शर्मा ने कहा, ‘‘भाजपा के लिए विकास, बेरोजगारी, महिलाओं की सुरक्षा ही बुनियादी मुद्देे हैं लेकिन विपक्ष ध्यान भटकाने के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है। विपक्ष मुद्दों को भटकाने का काम कर रहा है।’’  

सपा-कांग्रेस गठबंधन पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन पर निशाना साधते हुए पार्टी के गुजरात प्रभारी ने कहा कि समाजवादी सरकार का काम बोलता तो गठबंधन की जरूरत क्यों पड़ती। शर्मा ने कहा, ‘‘काम बोलता तो समाजवादी पार्टी को कांग्रेस के साथ गठबंधन की जरूरत क्यों पड़ती। काम न करने के कारण जनाधार खिसका और इसके लिए अखिलेश को कांग्रेस की बैसाखी का सहारा लेना पड़ा, लेकिन बैसाखी के सहारे नदी पार नहीं की जाती। खुद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता राहुल के नेतृत्व को अपरिपक्व बता चुकी हैं एेसे में इससे दोनों को कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला।’’

पीएम के बयान पर दी सफाई
उन्होंने कहा, ‘‘जीरो प्लस जीरो इज इक्वल टू जीरो होता है, 100 नहीं होता।’’ उत्तर प्रदेश में बिजली के मुद्दे पर सांप्रदायिकरण करने के आरोपों पर शर्मा ने सफाई दी कि प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कुछ गलत नहीं कहा। उन्होंने कहा कि ईद पर बिजली मिलती है तो होली पर भी मिले, रमजान में बिजली दी जाती है तो दिवाली पर भी बिजली आनी चाहिए। 

मायावती को नहीं दिख रहा मुख्तार का अपराध
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को सबको साथ लेकर सबका विकास करना चाहिए, वोट के लालच में खाई पैदा नहीं की जानी चाहिए। अब मायावती को मुख्तार अंसारी के अपराध नहीं दिख रहे। वोट के राजनीतिकरण से अपराधीकरण, सांप्रदायिकता और जातिवाद को बढ़ावा मिला।’’ 

मुसलमानों को सिर्फ वोट के आधार पर आंका गया
उत्तर प्रदेश मंे भाजपा को एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं मिला, इस सवाल के जवाब मंे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुसलमानों को हमेशा सिर्फ वोट के आधार पर आंका गया। भाजपा की सरकार आएगी तो सबका विकास होगा। मुसलमानों के हितांे का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।’’  

विकास के मुद्दों पर हो बहस
उप्र चुनावोंं में गुजरात के गधों की खूब चर्चा हुई, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में जब गुजरात के गधों का जिक्र किया तो क्या अब सियासी दलों के पास विकास के ठोस मुद्दों पर बहस के लिए कुछ नहीं बचा, इस सवाल पर गुजरात के प्रभारी ने कहा, ‘‘चर्चा कोई भी हो स्तरीय होनी चाहिए, मुख्यमंत्री को स्तरीय तुलना करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बेहतर रोजगार के लिए उत्तर प्रदेश से गुजरात जाने वालों पर कुछ नहीं कहा जबकि उन्हें राज्य में एेसा माहौल बनाना चाहिए था कि रोजगार की तलाश में लोगों को वहां जाने की जरूरत ही नहीं होती।’’ 

अखिलेश ने गुजरात के लोगों पर व्यंग किया
शर्मा ने कहा कि अखिलेश ने गुजरात के लोगों पर व्यंग किया था जहां से महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसी शिसयत आती हैं एेसे में व्यंग में वाणी का संयम होना चाहिए। लखनऊ से दो बार भाजपा की तरफ से मेयर रह चुके शर्मा ने कहा कि पार्टी उप्र प्रदेश चुनाव जीत रही है और इसके लिए पार्टी पूरी तरह आश्वस्त है।