अलीगढ़ मासूम बच्ची की हत्या : थानाध्यक्ष समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 07:50 AM (IST)

अलीगढ़: अलीगढ़ में तीन साल की बच्ची की हत्या की झकझोर देने वाली वारदात में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्बन्धित थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा की गयी जांच के आधार पर गुरूवार को थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि मामले की आगे जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एक महिला इंस्पेक्टर सहित छह सदस्यीय विशेष जांच टीम :एसआईटी: बनायी गई है। इस बीच, लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि बच्ची का शव उसकी मौत के 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। 

आकाश कुलहरि ने कहा ''हम पूरी संवेदनशीलता से काम कर रहे हैं। फिलहाल जांच हमारी प्राथमिकता में है। साथ ही इसमें पॉक्सो अधिनियम का प्रयोग किया जाएगा। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी भेजा जाएगा। ऐसे अपराधियों को सजा दिलाना हमारी प्राथमिकता है। अलीगढ़ एसएसपी ने बच्ची के पिता से मुलाकात कर उन्हें समझाया बुझाया कि वह आमरण अनशन ना करें क्योंकि पिता ने आमरण अनशन की चेतावनी दी थी। उनकी मांग है कि कथित हत्यारों के परिवार वालों को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए।    

एसएसपी ने दिया मासूम के पिता को आश्वासन
एसएसपी ने बताया कि उन्होंने पिता को आश्वासन दिया है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए तेजी से न्याय सुनिश्चित किया जाएगा । पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो गिरफ्तार आरोपियों जाहिद एवं असलम ने जुर्म कबूला है और महज 10 हजार रूपये के लिए इस अपराध को अंजाम दिया गया है। यह रकम बच्ची के पिता ने उधार ली थी और वह उसे वापस नहीं कर पा रहे थे। 

क्या है मामला?
उल्लेखनीय है कि बच्ची टप्पल कस्बे से 30 मई को गायब हो गई थी। पुलिस को उसका क्षत विक्षत शव दो जून को उसके घर के निकट ही कूड़े के पास मिला था। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की बात नहीं है क्योंकि रिपोर्ट में बताया गया है कि गला घोंटने के कारण मौत हुई है। कुलहरि ने कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।

Anil Kapoor