रील के लिए मर्यादा की हद पार! शव यात्रा को बनाया शूटिंग लोकेशन, अब जांच के घेरे में अमरोहा के रीलबाज सिपाही
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 11:28 AM (IST)

Amroha News: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में तैनात 2 पुलिसकर्मियों की एक रील सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिस पर अब जमकर विवाद हो रहा है। वीडियो में दोनों सिपाही वर्दी पहने हुए एक शव यात्रा में ना सिर्फ शामिल होते हैं, बल्कि अर्थी को कंधा भी देते नजर आते हैं। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर उन्होंने इसे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड कर दिया, जिसमें बैकग्राउंड में 'जिंदगी प्यार का गीत है...' गाना चल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर दोनों सिपाहियों को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। आम लोग ही नहीं, अफसरों में भी इस पर नाराजगी दिख रही है। अमरोहा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार आनंद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। एसपी का कहना है कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो में क्या दिखा?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों सिपाही शव यात्रा में शामिल हैं और वर्दी में अर्थी को कंधा दे रहे हैं। इस दौरान अलग-अलग एंगल से वीडियो शूट किया गया और बाद में इसे एडिट कर इंस्टाग्राम पर रील के तौर पर पोस्ट किया गया। इस रील का उद्देश्य 'इमोशनल फ्रेम' दिखाना था, लेकिन यह सोशल मीडिया पर भारी पड़ गया।
सोशल मीडिया स्टार हैं ये सिपाही
बताया जा रहा है कि जिन सिपाहियों का यह वीडियो वायरल हुआ है, उनके इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं। ये अक्सर वर्दी में रहकर रील बनाते हैं और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर इन्हें अपलोड करते हैं। आरोप है कि जिले के कुछ अधिकारी भी इनकी वीडियो का परोक्ष रूप से समर्थन करते हैं। इन दोनों पुलिसकर्मियों की सोशल मीडिया पर जबरदस्त पकड़ है, और वे इसके जरिए कमाई भी कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस विभाग की छवि इससे प्रभावित हो रही है।
पहले भी दी गई थी चेतावनी
कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने नए भर्ती हुए आरक्षियों को निर्देश जारी किए थे कि वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें। विभाग की गरिमा और नियमों का पालन जरूरी बताया गया था। खासकर ट्रेनिंग के दौरान या वर्दी में किसी भी तरह का वीडियो बनाना मना किया गया था। इसके बावजूद, कई जवान लगातार सोशल मीडिया पर वर्दी में वीडियो डालते नजर आ रहे हैं। कुछ तो ट्रेनिंग के वीडियो तक अपलोड कर चुके हैं, जो विभागीय गोपनीयता का उल्लंघन है।
अब उठ रहे हैं सवाल
अब सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस का काम सिर्फ कैमरे और लाइक्स तक ही सीमित रह गया है? क्या वर्दी अब सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का जरिया बन गई है? इस मामले ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सोशल मीडिया की होड़ में कहीं पुलिस की मर्यादा और जिम्मेदारी तो नहीं खो रही। विभाग को अब सख्ती से सोशल मीडिया गाइडलाइंस लागू करने की जरूरत है, ताकि अनुशासन बना रहे और पुलिस की साख ना गिरे।