अतीक अहमद के बदले सुर, कहा-अखिलेश के साथ है हमारा दिल

punjabkesari.in Tuesday, Jan 03, 2017 - 05:42 PM (IST)

कानपुर(अंबरीश त्रिपाठी): समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच कई नेता पिता पुत्र में सुलह की गुंजाईश देखते हुए फूंक फूूंक कर कदम रख रहे हैं। इन्हीं में से एक बाहुबली नेता अतीक अहमद भी हैं। उन्होंने आज कानपुर में कहा कि तमाम प्रत्याशी इस समय मीडिया से मुंह चुराते घूम रहे हैं क्योंकि अभी उनके पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि वे किसके साथ जायेगें लेकिन वे मीडिया से मुखातिब हो रहे हैं क्योंकि अभी भी वे किसी खास गुट के साथ नहीं खड़े हैं। उनका कहना है कि उन्हें समाजवाद के सिद्धान्त मुलायम सिंह से जोड़ते हैं और विकास कार्य अखिलेश यादव के।

अखिलेश के साथ है दिल
अतीक अहमद ने आज कानपुर में एक प्रेस कार्फेंस में कहा कि उनका दिल अखिलेश के साथ है लेकिन दिमाग मुलायम के सिद्धान्तों पर कायम है। बता दें कि मुलायम ने कानपुर कैण्ट से अतीक को उम्मीदवार बनाया है लेकिन अखिलेश की लिस्ट में अतीक का नाम नहीं है।

नेताजी और अखिलेश की सोच में पीढ़ी का फर्क 
बकौल अतीक अहमद, नेताजी और अखिलेश की सोच में पीढ़ी का फर्क है। मुलायम अपने जीवन में कई इम्तिहानों से गुजरे हैं जबकि अखिलेश को सत्ता विरासत में मिली है। पिता की नजर में बेटा हमेशा बच्चा रहता है लेकिन बेटा खुद को परिपक्व महसूस करता है। सपा में लड़ाई सोच के इसी अन्तर के कारण मची है। एक सवाल पर अतीक ने कहा कि नरेश उत्तम को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के कारण पार्टी कार्यालय से शिवपाल यादव की नेम प्लेट हटायी गयी। अब मामला चुनाव आयोग से तय होगा। 

माफिया कहे जाने पर जताया ऐतराज 
अतीक ने खुद को माफिया कहे जाने पर ऐतराज जताया और कहा कि पार्टी उन्हें स्टार प्रचारक बनाकर कई सीटों के लिये प्रचार करने भेज रही है। इस बीच कानपुर में अपने मतदाताओं के बीच रहने के लिये भी समय निकालेगें। उन्होंने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि कानपुर से डॉ0 मुरली मनोहर जोशी की जीत से तय हो गया है कि इस शहर को बाहरी उम्मीदवारों से कोई परहेज नहीं होता है।

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