यूपी के 2000 मस्जिदों-मदरसों पर ATS की पैनी नजर, खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैं संदिग्ध

punjabkesari.in Saturday, Apr 22, 2017 - 04:18 PM (IST)

लखनऊ: पुलिस ने गुरुवार को 5 राज्यों में संयुक्त अभियान में कथित आतंकी साजिश में शामिल होने की शक में पांच युवकों को हिरासत में लिया था। इसके बाद से यूपी पुलिस और एटीएस को हाई एलर्ट पर रखा गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तकरीबन दो हजार मस्जिदों और मदरसों पर खुफिया एजेंसियों की नजर है।

यूपी पुलिस ने अलग-अलग इलाकों से जिन पांच युवकों को गिरफ्तार किया था उनमें से चार को तो पूछताछ के बाद 21 अप्रैल को ही रिहा कर दिया गया और केवल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। मोहम्मद फैजान नाम के जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया है जो बिजनौर की एक मस्जिद का इमाम है।

क्या युवाओं को गुमराह करने की साजिश हो रही है?
मोहम्मद फैजान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को जो जानकारी हाथ लगी है, इससे इस बात का शक गहरा हो रहा है कि युवाओं को गुमराह करने की साजिश रची जा रही है। बिजनौर के पुलिस अधीक्षक अजय सहनी ने कहा है कि “सुरक्षा एजेंसियों की नजर बिजनौर के आस-पास के इलाकों के मजहबी इदारों पर है। पुलिस ने यहां जाने वाले जिम्मेदार नागरिकों से भी सहायता देने की अपील की है, ताकि किसी भी युवक को गलत रास्ते पर जाने से पहले ही रोका जा सके”।

बताया जा रहा है कि खुफिया एजेंसियों को ऐसा शक है कि इन मस्जिद-मदरसों में युवकों को गुमराह करने की साजिश की जा रही है। इसके लिए आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल काम कर रहे हैं. दरअसल मोहम्मद फैजान से पूछताछ में कई अहम सुराग सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगे हैं और इन सुरागों के आधार पर सुरक्षा एजेंसियां करीब 20 संदिग्धों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

पहले भी हो चुका है आतंकियों से आमना-सामना
एमपी के शाजापुर में 7 मार्च की सुबह भोपाल-पैसेंजर ट्रेन में IED ब्लास्ट हुआ था। इसमें 10 लोग जख्मी हुए थे। ब्लास्ट के बाद एमपी पुलिस ने पिपरिया के एक टोल नाके से बस रोककर चार संदिग्ध पकड़े थे.इनकी गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस ने कानपुर से दो और इटावा से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। इन संदिग्धों से मिली जानकारी के आधार पर एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई की थी। सैफुल्लाह एक घर में छुपा हुआ था। एटीएस ने पहले सैफुल्लाह को सरेंडर करने के लिए कहा था लेकिन उसके सरेंडर से इनकार करने के बाद घंटों तक चले एनकाउंटर में उसे ढ़ेर कर दिया गया था।

ISI का खतरनाक प्लान!
दरअसल पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई ने एक खतरनाक प्लान बनाया है। बताया जा रहा है कि ‘कृष्णा इंडिया’ नाम से बनाए गए इस खौफनाक ऑपरेशन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला करने की फिराक में आईएसआई जुटा है।आईएसआई के इस खतरनाक मंसूबे को लेकर मध्य प्रदेश इंटेलिजेंस ने यूपी पुलिस को अलर्ट किया है। आतंकी संगठनों ने आतंकियों को साधू और तांत्रिक के वेश में ट्रेनिंग देकर यूपी में उतार दिया है।

वहीं खतरे को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस साजिश के तार लंदन से जुड़े हैं। 'द एशियन एज' अखबार ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से खबर दी थी कि लंदन में बैठे कुछ कश्मीरी आतंकी पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की हत्या की साजिश रच रहे हैं। खुफिया एजेंसियों से मिले इस इनपुट के बाद सिक्योरिटी अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस खबर में बताया गया कि करीब एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित आतंकी यूपी में दाखिल हो चुके हैं। स्लीपर सेल की मदद से फिलहाल वह अंडरग्राउंड हैं। इस खतरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां बेहद सतर्क नजर आ रही हैं।