अयोध्या: भव्य राम मंदिर में 3 की जगह होंगे 5 गुम्बद, भूमि पूजन की तिथि हुई घोषित

punjabkesari.in Saturday, Jul 18, 2020 - 07:08 PM (IST)

अयोध्या: विश्वभर की राम भक्तों की प्रतीक्षा की घड़ी अब समाप्त हो गई है। श्री राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला स्थल पर भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने 3 अगस्त या 5 अगस्त की तिथि लगभग तय हो गयी है। 

भूमि पूजन के लिए ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण पहले ही भेजा जा चुका है। लेकिन पीएमओ की तरफ से इस पर अभी कोई बयान नहीं आया है। 

PunjabKesari

अयोध्या जनपद के मुख्यालय पर स्थित सर्किट हाउस में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में संपन्न हुए बैठक में विशेष रुप से निर्णय लिया गया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का मंदिर विश्व में सबसे ऊंचा, आकर्षक और नयनाभिराम बनेगा। साथ ही अब मंदिर में 3 गुम्बद की जगह 5 गुम्बद स्थापित होंगे। बैठक में भूमि पूजन के समय राम भक्तों के समर्पित और प्राप्त सोने-चांदी के ईटों को भी स्थापित करने का निर्णय लिया गया। यही नहीं विश्वभर के राम भक्तों से प्राप्त हो रहे जान स्वरूप धनराशि के खर्च की रूपरेखा भी तय की गई। 

ट्रस्ट की बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मित्र के साथ ट्रस्ट के 12 सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान संघ के सह सरकार्यवाहक कृष्ण गोपाल सहित तीन सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। इसके अतिरिक्त राम जन्म भूमि सुरक्षा सलाहकार के.के. शर्मा भी बैठक में शामिल रहे।

PunjabKesari

लार्सन एंड टुब्रो अपना काम करेंगे-चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि चर्चा की गई थी कि देश के 4 लाख इलाकों में 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जाएगा। मानसून के बाद और जब मंदिर के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता के लिए स्थिति सामान्य हो जाएगी। स्थिति सामान्य होने के बाद, धन एकत्र किया जाता है और मंदिर के निर्माण के लिए सभी चित्र पूरे होते हैं। हमें लगता है कि 3-3.5 वर्षों के भीतर कब्जे को पूरा किया जाएगा। 

चंपत राय ने बताया कि आज यह निर्णय लिया गया कि ईंटें सोमपुरा मार्बल्स ईंटों द्वारा प्रदान की जाएंगी। लार्सन एंड टुब्रो अपना काम करेंगे और ईंटों से संबंधित काम सोमपुरा मार्बल्स द्वारा किया जाएगा। साथ में वे एक भव्य मंदिर का निर्माण करेंगे। 

चंपत राय ने बताया कि लार्सन एंड टुब्रो मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र कर रहा है। मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की ताकत के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जाएगा। नींव रखने का काम ड्राइंग के आधार पर शुरू होगा। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ajay kumar

Recommended News

Related News

static