अयोध्या विवाद: राम जन्मस्थान पर मुस्लिम पक्षकार ने लिया यू टर्न

punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2019 - 02:56 PM (IST)

नई दिल्ली/अयोध्याः सुप्रीम कोर्ट में आज अयोध्या विवाद की सुनवाई के 31वें दिन सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कल के अपने बयान से यू-टर्न लेते हुए कहा कि वह राम चबूतरे को भगवान का जन्मस्थान नहीं मानता। बोर्ड की ओर से जफरयाब जिलानी ने संविधान पीठ के समक्ष स्पष्टीकरण दिया।

उन्होंने कहा कि बोर्ड अभी तक यह नहीं मानता कि राम चबूतरा ही वह जगह हैं जहां राम का जन्म हुआ था। इस मामले में उनका भी वही रुख है जो वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन का है। जिलानी ने यह स्पष्टीकरण मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रकाशित उस रिपोर्ट को लेकर दिया जिसमें कहा गया था कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी मान लिया है कि चबूतरा ही राम का जन्मस्थान था। धवन ने इससे पहले कहा था कि वह मानते हैं कि अयोध्या में भगवान राम का जन्म हुआ था, लेकिन कहां वह नहीं बता सकते। वहीं जिलानी ने 1862 की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें जन्मस्थान को एक अलग मंदिर बताया गया।

न्यायमूर्ति बोबड़े ने कहा, ‘उनके गजेटियर में कहा गया है कि राम चबूतरा ही राम का जन्मस्थान है और केंद्रीय गुंबद से 40 से 50 फीट दूर है।' इस पर जिलानी ने कहा कि यह हिंदुओं का विश्वास है उनका नहीं। न्यायमूर्ति भूषण ने कहा, ‘अंग्रेजों ने इस जगह को दो हिस्सों में बांटा था- अंदरूनी और बाहरी कोर्टयार्ड। इसलिए उन्होंने बाहरी कोर्टयार्ड में पूजा करना शुरू किया।' जिलानी ने अपनी जिरह पूरी कर ली और अब पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मीनाक्षी अरोड़ा ने मोर्चा संभाला है।

 

Deepika Rajput