इस्लाम छोड़कर ''ममता'' ने अपनाया हिंदू धर्म, आश्रम में राजेश संग लिया जीवनभर साथ का संकल्प... बताई इस्लाम छोड़ने की असली वजह
punjabkesari.in Wednesday, Mar 26, 2025 - 11:31 AM (IST)

Bareilly News: उत्तर प्रदेश में बरेली जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां आंवला के मनौना गांव की उम्मे कुलसुम ने हिंदू धर्म स्वीकार करते हुए अपने प्रेमी राजेश से अगस्त्य मुनि आश्रम में विवाह कर लिया। उम्मे कुलसुम का कहना है कि उसने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया क्योंकि उन्हें इस धर्म में महिलाओं को जो सम्मान मिलता है, वह उनके पहले के धर्म में नहीं मिलता था।
माता-पिता से परेशान होकर लिया फैसला
मिली जानकारी के मुताबिक, उम्मे कुलसुम ने बताया कि वह पिछले 2 वर्षों से राजेश के साथ प्रेम में थीं और दोनों जीवनभर साथ रहने का वादा करते थे। जब उनके माता-पिता को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने उम्मे को बहुत परेशान करना शुरू कर दिया। उम्मे ने आरोप लगाया कि उसकी मां उन्हें राजेश से बात करने पर मारती थीं और उसके पिता ने उसे जलाने का प्रयास किया। इससे तंग आकर, उम्मे घर से भागकर राजेश के पास चली गईं और दोनों ने अगस्त्य मुनि आश्रम में विवाह कर लिया।
हिंदू धर्म में महिलाओं का अधिक सम्मान: उम्मे कुलसुम
उम्मे ने कहा कि उसे हिंदू धर्म बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि इस धर्म में महिलाओं को देवी का स्वरूप माना जाता है। उनका मानना है कि इस्लाम में महिलाओं को वह सम्मान नहीं मिलता जो हिंदू धर्म में मिलता है। इसी कारण उन्होंने धर्म परिवर्तन का फैसला लिया।
अगस्त्य मुनि आश्रम में हुआ विवाह
उम्मे और राजेश ने सबसे पहले अगस्त्य मुनि आश्रम में जाकर पंडित केके शंखधार से विवाह करने का प्रस्ताव रखा। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पंडित शंखधार ने उनका विवाह कराया। उम्मे ने अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस से मदद की अपील भी की है, क्योंकि उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा था।
उम्मे कुलसुम ने नया नाम रखा 'ममता'
धर्म परिवर्तन के बाद उम्मे कुलसुम का नया नाम 'ममता' रखा गया है, और अब वह इसी नाम से पहचानी जाएंगी। उम्मे ने बताया कि अब वह पूरी तरह से अपने नए धर्म और जीवन को अपनाकर खुश है।