बड़ी खबर: 25 स्कूलों में नौकरी करने वाली असली अनामिका शुक्ला आई सामने

punjabkesari.in Tuesday, Jun 09, 2020 - 07:16 PM (IST)

गोंडा: एक साथ 25 स्कूलों में फर्जी तरीके से नौकरी करने के मामले में सुर्खियों में आई असली अनामिका शुक्ला गोंडा से सामने आई हैं। अनामिका शुक्ला मंगलवार को बीएसए गोंडा इंद्रजीत प्रजापति के सामने अपने शैक्षिक प्रपत्र के साथ पेश हुईं। इस दौरान उन्होंने मीडिया को बताया कि ‘‘मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला है कि मेरे शैक्षिक अभिलेख से कई लोग फर्जी नौकरियां कर रहे हैं। मैं ही असली अनामिका शुक्ला हूं। मैं अपने समस्त मेरे शैक्षणिक अभिलेखों के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा के सामने पेश हुई और उनके समक्ष अपनी बात रखा। मेरे कागजों का गलत इस्तेमाल हो रहा है। मैं निर्दोष हूं।’’

बीएसए ने सभी शैक्षिक प्रपत्र लेकर उन्हें कोतवाली भेजा, जहां उन्होंने अपने शैक्षिणक अभिलेख के गलत इस्तेमाल का मामला दर्ज कराया। अनामिका शुक्ला ने बताया कि उन्होंने कहीं नौकरी ही ज्वाइन नहीं किया है। हमारे शैक्षिक प्रपत्र का गलत इस्तेमाल हो रहा है। 

पढ़ाई में हमेशा रहीं अव्वल, अब भुगत रहीं खामियाजा
बता दें कि अनामिका शुक्ला गोंडा के भुलइडीह की रहने वाली हैं। जिन्होंने गोंडा में रहकर ही पढ़ाई पूरी की है। पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहीं अनामिका शुक्ला अब इसका खामियाजा भुगत रही हैं। 

पुलिस ने उनके नाम पर नौकरी करने वाली एक युवती को किया गिरफ्तार 
बता दें कि बीते दिनों पुलिस ने एक युवती को गिरफ्तार किया जो पहले अपना नाम अनामिका शुक्ला, फिर अनामिका सिंह, उसके बाद प्रिया जाटव, इसके बाद रीना शुक्ला बताया। शनिवार को कासगंज पुलिस ने उनके गिरफ्तारी की पुष्टि की। अनामिका शुक्ला यहां के कस्तूरबा विद्यालय फरीदपुर में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पूर्णकालिक रूप से सेवाएं दे रहीं थीं।

बीएसए ने जारी किया था नोटिस 
बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर जिले में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका की तलाश की गई तो कस्तूरबा विद्यालय में यह शिक्षिका पाई गई। एक दिन पूर्व शुक्रवार को बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने शिक्षिका के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था। यह नोटिस व्हाट्सएप पर भेजा गया था। शुक्रवार की शाम शिक्षिका ने इस नोटिस को देखा तो शनिवार सुबह को वो अपना इस्तीफा देने बीएसए दफ्तर के बाहर पहुंची। अपने साथ आए एक युवक के माध्यम से उसने इस्तीफे की प्रति बीएसए को भेजी।

13 महीनों में एक करोड़ रूपये से अधिक लिया वेतन
एक शिकायत के अनुसार मैनपुरी की रहने वाली एक महिला अध्यापक एक साथ 25 स्कूलों में काम कर रही थी और उसने पिछले 13 महीनों में एक करोड़ रूपये से अधिक वेतन लिया है।

महिला द्वारा इन जिलों में एक साथ काम करने का आरोप
आरोप है कि महिला ने विज्ञान अध्यापक के रूप में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, अंबेडकरनगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर, प्रयागराज तथा अन्य स्थानों पर एक साथ काम किया है। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होती है और उन्हें 30 हजार रूपये प्रतिमाह वेतन मिलता है।

Ajay kumar