अब बीजेपी जिला उपाध्यक्ष ने की बगावत, कल्याण सिंह को बताया खतरनाक वायरस
punjabkesari.in Monday, Jan 23, 2017 - 03:50 PM (IST)
बुलंदशहर(इकबाल सैफी): बुलंदशहर की बीजेपी जिला उपाध्यक्ष वंदना शर्मा ने आज अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोला और उनके खिलाफ खूब जहर उगला। जहां एक तरफ उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को पार्टी के लिए खतरनाक वायरस बताया तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी आलाकमान को भी टिकटों के बंटवारे को लेकर कठहरे मं खड़ा किया।
कमजोर प्रत्याशी को दिया गया टिकट
उन्होंने कहा के बुलंदशहर सदर सीट से 2 बार से हारे कमजोर प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह सिरोही को एक बार फिर से हार की हैट्रिक लगाने के लिये बसपा के दो बार से विधायक हाजी अलीम के सामने टिकट दिया गया है। पता नहीं किसी स्वार्थी नेता ने उन्हें टिकट दिलवाया है। पता नहीं क्या देखकर आलाकमान ने उन्हें टिकट दिया है।
कल्याण सिंह पर लगाया गंभीर आरोप
उन्होंने कल्याण सिंह पर टिकटों में हस्तक्षेप और परिवारवाद का भी आरोप लगाया और कहा के उनका ही पूरा परिवार काबिल है क्या किसी और को मौका नहीं मिलना चाहिए जबकि उनके बेटे 2 बार से लगातार चुनाव हार रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कल्याण सिंह स्वार्थ और लालच के चलते एटा से लेकर बुलंदशहर तक कोई भी लोधी समाज का नेता उभरने नहीं दिया है। कल्याण सिंह बीजेपी के एक ऐसे खतरनाक वायरस हैं जो कभी भी पार्टी को हैंग कर देते हैं।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जिक्र
उन्होंने यह भी कहा के पार्टी के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय ने कहा है कि जब कोई प्रत्याशी सही न हो तो उसे अपना वोट नहीं देना चाहिए और वोट को खराब नहीं करना चाहिए।
क्या कहते हैं बीजेपी जिला अध्यक्ष
वंदना सिंह के बगावत पर बीजेपी के जिला अध्यक्ष हिमांशु मित्तल का कहना है कि वंदना बागी हो चुकी हैं और उनकी सोच बदल चुकी है। इसलिये हमने कल ही उनको पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने यहां तक कहा कि कुछ लोगों के भागने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। पार्टी में कोई अन्र्तकलह नहीं है। वहीं कल्याण सिंह पर लगे आरोप पर उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह पार्टी के सर्वमान्य नेता हैं और संवैधानिक पद पर हैं। अगर उनके खिलाफ कोई टिप्पणी करता है तो वह कानूनी रूप से गलत है।
बहरहाल पूरे मामले से एक बात तो साफ जाहिर है कि बीजेपी के जिले के नेताओं में अंतर्कलह हद से अधिक बढ़ चुकी है। मामला सड़क तक आ गया है जिसका खामियाजा 2017 के चुनाव में पार्टी को उठाना पड़ सकता है।
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