भाजपा राज्य में हो रही है किसानों की उपेक्षा: अखिलेश

punjabkesari.in Friday, Nov 10, 2017 - 08:45 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है।  

अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा जबसे सत्ता में आई है तब से किसानों की सबसे ज्यादा उपेक्षा हो रही है। चुनाव के माहौल में भाजपा नेतृत्व ने किसानों के लिए बहुत घडिय़ाली आंसू बहाये थे। उनकी बेहतरी के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन सत्ता में आने के बाद उनकी प्राथमिकताएं बदल गईं। गांव-किसान खेत की उपेक्षा होने लगी है। किसान फसलों की बढ़ती लागत और गलत सरकारी नीतियों के चलते कर्ज में डूबता जा रहा है और विवश होकर आत्महत्या तक कर लेता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में किसानों का एक लाख तक का कर्ज माफ करने, फसल के उत्पादन लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का वादा किया था। कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ बड़ा धोखा किया गया। गन्ना किसानों को समर्थन मूल्य में मात्र 10 रूपए की वृद्धि की गई। इससे किसानों का भला होने वाला नहीं। गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर अभी भी 926 करोड़ रूपया बकाया है जबकि वादा किया गया था कि सरकार बनने के 120 दिनों में ही सारा बकाया अदा कर दिया जाएगा।  

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आलू किसानों के साथ तो और भी ज्यादा धोखाधड़ी की गई है। सरकार ने आलू खरीद का सपना दिखाया पर कहीं आलू क्रय केन्द्र नहीं खुले। पुराना आलू कोल्ड स्टोरेज से निकाला नहीं जा रहा है क्योंकि वह घरों में सड़ रहा है। जमाखोरों की पौ बारह है। किसान को मंहगे बीज, खाद और आयातित कीटनाशकों की खरीद में कर्जदार होना पड़ रहा है। अनुमान है कि खरीफ की प्रमुख फसलों धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, कपास, की खेती पर लागत से कम मूल्य मिलने पर किसानों को 35,968 करोड़ रूपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। 

अखिलेश यादव ने कहा कि सत्तारूढ़ दल भाजपा की गलत नीतियों के चलते किसान की हालत बद से बदतर होती जा रही है। उसे समय से न तो पर्याप्त बिजली मिलती है और नहीं लाभकारी समर्थन मूल्य। सिंचाई, खाद, बीज के लिए भी उसे परेशान होना पड़ता है।