पं. दीनदयाल की प्रतिमा को लेकर भाजपा सांसद आैर मेयर में जुबानी जंग तेज

punjabkesari.in Thursday, May 24, 2018 - 05:43 PM (IST)

आगरा(बृज भूषण)- पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति आगरा नगर निगम में लगवाने को लेकर भाजपा नेताओं में छिड़ी जंग में खेमे बाजी हो गई हैं। पार्टी की बिगड़ती छवि को लेकर कुछ दिग्गजों ने नेतृत्व को सूचित कर दिया है, तो कुछ ने नेतृत्व से मूर्ति लगवाने की सिफारिश भी कर दी है। वहीं स्थानीय स्तर पर नेताओं में रार थमने का नाम नहीं ले रही है। वे एक दूसरे पर टिप्पणी करने से चूक नहीं रहे हैं।

इतिहास भूल गए हैं चाैधरी
बुधवार को मेयर नवीन जैन ने सांसद पर एक बार फिर निशाना साधा। मेयर ने कहा कि सांसद चौ. बाबूलाल इतिहास भूल गए हैं। राष्ट्रीय लोकदल में रहने के दौरान बाबूलाल ने दीनदयाल उपाध्याय की पार्टी को कितनी गालियां दी हैं, यह बात किसी से छिपी नहीं है। रही बात निगम में दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा लगने की, वह किसी भी दशा में संभव नहीं है। 

मुझे राजनीति न सिखाएं चाैधरी
नवीन जैन ने कहा कि भाजपा से टिकट मिलने के बाद बाबूलाल सांसद बन गए, अगर वह सांसद न होते तो जनता उन्हें कब का भूल चुकी होती। इसलिए सांसद मुझे राजनीति न सिखाएं। मैं पार्टी का चालीस साल पुराना कार्यकर्ता हूं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेरे प्रेरणा स्रोत हैं। प्रतिमा कहां और कब लगेगी, इसका निर्णय सदन करेगा। मेयर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी से किसको टिकट मिलेगा? यह भी पार्टी तय करेगी। 

भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं 
वहीं गुटबाजी के सवाल पर उन्हाेंने कहा कि भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है। उनके व सांसद के विचार अलग-अलग हैं। हर किसी को अपने विचार रखने का हक है।

मेयर सलाह ना दें-चौधरी
मेयर नवीन जैन द्वारा दी गई पार्षद के चुनाव लड़ने की नसीहत पर भाजपा सांसद चौधरी बाबूलाल ने पलटवार किया। चौधरी बाबूलाल ने कहा कि केंद्र की आेर से देश की राजनीति करने वाले गली कूचों की राजनीति नहीं करते, इसलिए मेयर सलाह ना दें।

हर जगह बीजेपी सरकार है ताे क्याें न लगाई जाए उपाध्याय की प्रतिमा-चौधरी
चौधरी बाबूलाल ने कहा कि केंद्र से लेकर नगर निगम में भाजपा की सरकार है, तो आखिर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा क्यों न लगाई जाए? आखिर शहर के महापौर नवीन जैन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा नगर निगम में लगाए जाने का विरोध क्याें कर रहे हैं। याद रखें देश के प्रधानमंत्री ही नहीं शहर के महापौर नवीन जैन भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की वजह से ही मेयर बने हैं। 

मेयर पार्षदों के साथ सदन में प्रस्ताव लगाएं
सांसद ने कहा कि निगम में प्रस्ताव लगाकर इसको पास नहीं किया जा सकता। मेयर पार्षदों के साथ पहले सदन में प्रस्ताव लगाएं जिसके बाद साफ तौर पर पता चल जाएगा कि कौन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा लगाने के समर्थन में है और कौन उनके विरोध में। इस प्रस्ताव से यह भी पता चल जाएगा कि कौन सच्चा भाजपाई है और कौन नहीं।

किसलिए हाे रहा विवाद?
बता दें कि नगर निगम परिसर में बाबा साहेब की 2 मूर्तियां लगी हैं। ये विवाद इनमें से एक मूर्ति को हटवाने से शुरु हुआ था। बीजेपी के कुछ नेताओं की इच्छा है कि इस एक मूर्ति की जगह पंडित दीन दयाल उपाध्याय की मूर्ति यहां लगाई जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। इसी के चलते नगर निगम महापुरुषों की मूर्ति लगवाने को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच राजनीति का अखाड़ा बन गया है। 


 

Ajay kumar