योगी सरकार में बीजेपी कार्यकर्ता की गुंडई, मामूली विवाद पर दलित को लाठी-डंडों से पीटा

punjabkesari.in Monday, Apr 10, 2017 - 05:36 PM (IST)

कौशांबी(शिवनंदन शाहू): यूपी में बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही बीजेपी नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं की खूब गुंडई सामने आ रही है। ऐसा ही एक मामला उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशांबी में देखने को मिला। जहां बीजेपी कार्यकर्ता ने मामूली विवाद में एक दलित व्यक्ति की जमकर पिटाई कर दी। घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित का आरोप है कि मंझनपुर से बीजेपी विधायक लाल बहादुर के दखल के बाद पीड़ित दलित परिवार के खिलाफ भी पुलिस ने मारपीट का क्रॉस केस दर्ज किया है।

कौशांबी में करारी थाना इलाके के नेता नगर निवासी घनश्याम गरीब व दलित परिवार से है। साल भर पहले घनश्याम ने करारी के ही दुकानदार मोहन जायसवाल जो बीजेपी के कार्यकत्र्ता भी है के पास 40 बोरी सीमेंट का पैसा एडवांस जमा किया था। आज घनश्याम जब सीमेंट लेने दुकान पर पहुंचा तो मोहन जायसवाल ने सीमेंट देने से मना कर दिया और अपशब्दों का प्रयोग कर गालियां दिया। गालियों का विरोध करने पर बीजेपी कार्यकर्ता मोहनलाल जायसवाल ने लाठी डंडों से उसकी जमकर पिटाई की। 

बीजेपी नेता की मारपीट से घायल पीड़ित अपना उपचार कराने जिला अस्पताल पहुंचा तो बीजेपी नेता के कई साथी भी वहां पहुंच गए। जिला अस्पताल परिसर में भी उनके साथ बदसलूकी की गई। घनश्याम का आरोप है कि जब वो अपनी फरियाद लेकर करारी थाना पहुंचा तो मौके पर पुलिसकर्मी व बीजेपी से मंझनपुर विधायक लालबहादुर ने मुझपर सुलह समझौता करने का दबाव डाला। मैंने समझौते से इंकार किया तो विधायक के दबाव में करारी पुलिस ने मेरे खिलाफ भी मारपीट का क्रॉस केस दर्ज कर लिया।

बीजेपी कार्यकर्ता के सरेआम गुंडई व मारपीट का शिकार दलित घनश्याम ने विधायक के दबाव के चलते मामले में असंवैधानिक कार्रवाई किये जाने का आरोप लगाया है। मामले में भुक्तभोगी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक वीके मिश्रा का कहना है कि दोनों पक्षों में विवाद हुआ था जिसके बाद दोनों की तहरीर पर मुकद्दमा दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।