बसपा का एकदिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन कल, मायावती को PM बनाने के साथ कई अहम प्रस्ताव हाे सकते पास

punjabkesari.in Friday, May 25, 2018 - 12:22 PM (IST)

लखनऊ: 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियां और मोदी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए बसपा का एक दिवसीय अधिवेशन 26 मई को राजधानी लखनऊ में होने जा रहा है। अधिवेशन में जहां चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी वहीं मायावती के प्रधानमंत्री पद के दावेदार को लेकर प्रस्ताव भी पास हो सकता है। इसके अलावा राष्ट्रीय अधिवेशन में कई अहम फैसले होने की संभावना भी जताई जा रही है। बता दें कि इस समय बसपा सुप्रीमो मायावती, मोदी के खिलाफ मोर्चा खड़ा करने में अहम भूमिका निभा रहीं हैं। 

दरअसल, बसपा सुप्रीमो पार्टी की पूर्व घोषित नीति से हटकर सांप्रदायिक दलों को सत्ता से बाहर रखने की मुहिम के तहत समाजवादी पार्टी से गठबंधन का पहले ही एलान कर चुकी हैं। उन्होंने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा का समर्थन किया और सपा की मदद से विधान परिषद में पार्टी का एक प्रत्याशी जितवाया।

हालांकि कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर उन्होंने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। इसके अलावा बसपा हरियाणा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी हैं। कर्नाटक में जद-एस से गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ने और भाजपा को सत्ता से बाहर करने में उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है।

राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी के सभी पदाधिकारियाें काे बुलाया
तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच दिल्ली से लखनऊ लौटी मायावती ने 26 मई को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन और राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य, सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य जोन इंचार्ज, जोन इंचार्ज, राज्यसभा सदस्य, सभी पूर्व और वर्तमान विधायक, विधान परिषद सदस्य, मंडल व जोन इंचार्ज, जिलाध्यक्ष तथा बहुजन वालंटियर फोर्स जैसे सभी संगठनों के जिम्मेदार लोग बुलाए गए हैं। 

सपा के साथ ही कांग्रेस व रालोद से भी गठबंधन का होगा फैसला
यह अधिवेशन बसपा के प्रदेश कार्यालय पर 11 बजे से शुरू होगा और इसमें मायावती आगामी लोकसभा चुनाव व पार्टी की आगामी गतिविधियों को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश देंगी। साथ ही सपा के साथ कांग्रेस व रालोद भी गठबंधन का हिस्सा होंगे या नहीं, इसके भी संकेत देंगी।

दूसरे दलाें से गठबंधन पर हाेगा विचार 
दूसरे राज्यों में पार्टी किन-किन दलों से हाथ मिलाने पर विचार कर रही है, इस बारे में भी संकेत कर सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मायावती को लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश करने का प्रस्ताव भी पास हो सकता है।

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Ajay kumar