बसपा के राज्यसभा प्रत्याशी भीमराव ने किया नामांकन, कहा-भगवा आतंकवाद पनपने नहीं देंगे

punjabkesari.in Wednesday, Mar 07, 2018 - 05:35 PM (IST)

लखनऊः बसपा के राज्यसभा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर ने बुधवार दोपहर नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में भगवा आतंकवाद पनपने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती ही देश की तकदीर बदल सकती हैं। देश की जनता उन्हें ही प्रधानमंत्री बनाना चाहती है। अंबेडकर ने कहा कि 25 साल से हम बहुजन समाजवादी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। मायावती के चरणों में रहकर उनके नेतृत्व में रहकर काम किया है। हम उनके सच्चे सिपाही हैं। हम अपनी जान न्यौछावर कर सकते हैं लेकिन देश में भगवा आतंक को पनपने नहीं देंगे। 

सतीश मिश्र ने समर्थन के पीछे कोई डील होने से इनकार
वहीं, बसपा महसचिव सतीश मिश्र ने कहा कि चुनाव को गठबंधन से जोड़ कर नहीं देखा जाए। एक सवाल पर उन्होंने समर्थन के पीछे कोई डील होने से इनकार किया।सपा से कोई नेता मौजूद न होने के सवाल पर सतीश मिश्र ने कहा कि यह बसपा का नामांकन है। बसपा के सभी विधायक मौजूद हैं। वोट संख्या पूरी करने के मामले में उन्होंने कहा कि नतीजा आने पर सब साफ हो जाएगा।

बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा भेजे जाने के लिए मूल रूप से औरैया जिले के सैनपुर गाँव के पहले वाले भीमराव अम्बेडकर को चुना है। अम्बेडकर ने अपने जीवन की शुरुआत में वकालत से की थी मगर उनका हमेशा से जुड़ाव बीएसपी से रहा है। २००७ में इटावा की लखना सुरक्षित सीट से इन्होंने बीएसपी कैंडीडेट के रूप में चुनाव जीता था। ये इटावा के बीएसपी जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। २०१७ में भी इन्हें बसपा ने मैदान में उतारा मगर ये चुनाव हार गये थे।

दरअसल मायावती लगातार दरकते हुए पार्टी के दलित वोटबैंक के कारण चिंतित हैं। यही कारण है कि खिसकते दलित वोट बैंक पर दोबारा से पकड़ बनाने के लिए उसने पार्टी के कार्यकर्ता और दलित चेहरे भीम राव अंबेडकर को राज्य सभा उम्मीदवार बनाया है। मायावती जानती हैं कि 2014 और 2017जैसा हाल अगर 2019 में हुआ तो उनके सामने एक बड़ा राजनैतिक संकट खड़ा हो जाएगा। ऐसे में मायावती लोकसभा चुनाव को नजर में रखते हुए फिर से दलित वोटबैंक को एकजुट करने में लग गयीं हैं।