बस पॉलिटिक्स: मायावती के सवालों में फंसी कांग्रेस
punjabkesari.in Wednesday, May 20, 2020 - 04:55 PM (IST)
लखनऊ: यूपी सरकार और कांग्रेस के बीच पिछले कई दिनों से चल रहे बस पॉलिटिक्स में बसपा सुप्रीमो मायावती भी कूद पड़ी हैं। मायावती ने कांग्रेस से एक ऐसा सवाल किया है जिसमें वह पूरी तरह से फंसती नजर आ रही है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि ‘कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अडऩे की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिए, यह ज्यादा उचित व सही होगा।’
इस दौरान मायावती ने बीजेपी को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा, ‘प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर भाजपा और कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण है। ’
बुधवार को उन्होंने बस मामले पर चार ट्वीट किए-
पहले ट्वीट में मायावती ने कहा, 'पिछले कई दिन से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर भाजपा व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण है। कहीं ऐसा तो नहीं कि ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रासदी से ध्यान हटा रही हैं?'
1. पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, 'यदि ऐसा नहीं है तो बसपा का कहना है कि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अडऩे की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिये, यह ज्यादा उचित व सही होगा।'
2. यदि ऐसा नहीं है तो बी.एस.पी. का कहना है कि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अड़ने की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिये तो यह ज्यादा उचित व सही होगा। 2/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
मायावती ने तीसरे ट्वीट में कहा, ‘‘इन्हीं सब बातों को खास ध्यान में रखकर ही बसपा के लोगों ने अपने सामथ्र्य के हिसाब से प्रचार व प्रसार के चक्कर में ना पड़कर पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है अर्थात भाजपा व कांग्रेस पार्टी की तरह इनकी मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है।'
3. जबकि इन्हीं सब बातों को खास ध्यान में रखकर ही बीएसपी के लोगों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से प्रचार व प्रसार के चक्कर में ना पड़कर बल्कि पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है अर्थात् बीजेपी व कांग्रेस पार्टी की तरह इनकी मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है। 3/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
बसपा नेता ने अपने चौथे ट्वीट में कहा, 'साथ ही, बसपा की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि उसे श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनकी घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।'
4. साथ ही, बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनां से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
इससे पहले मायावती ने पहले भी कांग्रेस के 1000 बसाें पर संशय जताया था। उन्हाेंने ट्वीट कर कहा था कि-
3. बी.एस.पी. का यह भी कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी के पास वास्तव में 1,000 बसें हैं तो उन्हें लखनऊ भेजने में कतई भी देरी नहीं करनी चाहिये, क्योंकि यहाँ भी श्रमिक प्रवासी लोग भारी संख्या में अपने घरों में जाने का काफी बेसबरी से इन्तज़ार कर रहें हैं। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) May 19, 2020