गुलामी के धब्बे मिटाकर अयोध्या में बन रहा भव्य राम मन्दिर देश की पहचान होगाः चंपत राय

punjabkesari.in Saturday, Sep 24, 2022 - 06:12 PM (IST)

मथुराः महावन में चल रहे चार दिवसीय मेला के दूसरे दिन आयोजित विचार गोष्ठी एवं प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि फरह में साल 2023 में अयोध्या के मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे। सालों तक गुलामी के धब्बे मिटाकर अयोध्या में बन रहा भव्य राम मन्दिर देश की पहचान होगा।

यह बस मन्दिर ही नहीं, हिंदुस्तान का सम्मान है
आगे उन्होंने कहा कि यह बस मन्दिर ही नहीं, हिंदुस्तान का सम्मान है। 500 वर्षों से गुलामी के प्रतीक इस स्थल को हम सभी ने बड़े धैर्य से 70 सालों तक अदालती मुकदमों के बाद प्राप्त किया है। यह किसी वर्ग की हार जीत नहीं है, बल्कि सभी वर्गों के सच स्वीकारने की बात है। यह परिणाम समाज के जागरण के कारण आया है।

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राम मंदिर से करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं
चंपत राय ने कहा कि मंदिर से करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। अयोध्या में बन रहे इस भव्य और विशाल मन्दिर के विषय में बताया कि ऐसा स्ट्रक्चर बन रहा है कि सालों तक कोई मरम्मत ना करनी पड़े। 1000 साल तक भी मन्दिर को छूने की नौबत ना आए। 6 माह का समय तो इंजीनियरों को यह सोचने में लगा कि नींव कैसे बनाई जाए। मन्दिर निर्माण में कहीं भी लोहे का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। उसकी जगह तांबा उपयोग में लाया जा रहा है, क्योंकि तांबे की आयु भी पत्थर जितनी ही है।

गुलामी की निशानियां भी दूर होनी चाहिए
चंपत राय ने कहा कि देश से औरंगजेब, अकबर, बाबर सब गुलामी की निशानियां भी दूर होनी चाहिए। 1983 में विहिप के अशोक सिंघल ने इस सर्वप्रथम यह बीड़ा उठाया और देश को जगाने का कार्य किया। जन जन को जोड़ा। उसी का परिणाम आज हमारे सामने है।


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Content Writer

Ajay kumar

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