चिन्मयानंद मामला: छात्रा और उसके भाई को दूसरे लॉ कॉलेज में स्थानांतरित करने का आदेश

punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2019 - 03:57 PM (IST)

नई दिल्ली/शाहजहांपुरः सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को शाहजहांपुर की LLM की छात्रा और उनके भाई को बरेली विश्वविद्यालय से संबद्ध किसी अन्य लॉ कॉलेज में स्थानांतरित करने का आदेश देते हुए कहा, ‘हमारे लिए उनका भविष्य महत्वपूर्ण है।' इस छात्रा ने बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।

न्यायमूर्ति आर भानुमति और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ को यूपी सरकार ने बताया कि शीर्ष अदालत के पहले के आदेश पर अमल करते हुए छात्रा और उसके भाई को छात्रावास की सुविधा वाले किसी अन्य कॉलेज में स्थानांतरित करने के सारे बंदोबस्त कर दिए गए हैं। पीठ ने बार काउंसिल आफ इंडिया से कहा कि उन कॉलेजों में सीटें बढ़ाई जाए, जिनमें इस छात्रा और उसके भाई को एलएलएम और एलएलबी के पाठ्यक्रमों में स्थानांतरित किया जाएगा। शीर्ष अदालत ने इसके साथ ही स्वत: संज्ञान ली गई याचिका का निपटारा कर दिया।

कोर्ट ने पिछले सप्ताह इस छात्रा के लापता होने की घटना का स्वत: ही संज्ञान लिया था। कोर्ट ने कहा कि छात्रा और उसके माता-पिता दिल्ली पुलिस के साथ अपने घर शाहजहांपुर जाने के लिए स्वतंत्र हैं। यदि सुरक्षा सहित किसी अन्य निर्देश की आगे आवश्यकता होती है तो इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष इसका उल्लेख किया जा सकता है। पुलिस ने इस मामले में छात्रा का एक वीडियो क्लिप सामने आने पर पूर्व मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज करके जांच शुरू की थी। पुलिस को यह छात्रा बाद में राजस्थान में मिली थी।

पुलिस शुक्रवार को जब उसे लेकर शाहजहांपुर जा रही थी तो फतेहपुर सीकरी में उसे इस छात्रा को लेकर उसी दिन सुप्रीम कोर्ट पहुंचने का निर्देश मिला था। शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों ने पिछले शुक्रवार को अपने चैंबर में इस छात्रा से बातचीत की थी। छात्रा ने न्यायाधीशों से कहा था कि वह शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज में आगे पढ़ाई नहीं करना चाहती।

Deepika Rajput