''फटी जींस'' पर बयान देकर बुरे फंसे नए नवेले CM तीरथ सिंह रावत, आखिर मांगनी पड़ी माफी...

punjabkesari.in Friday, Mar 19, 2021 - 05:51 PM (IST)

देहरादूनः फटी जींस पर अपने बयान को लेकर देश भर में आलोचना झेल रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को कहा कि उनकी बात अगर किसी को बुरी लगी हो तो वह उससे क्षमा मांगते हैं।

मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उन्हें जींस से कोई ऐतराज नहीं है और वह खुद भी जींस पहनते थे। उन्होंने कहा कि फटी जींस पहनने की बात उन्होंने संस्कारों के परिप्रेक्ष्य में कही थी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि फटी जींस ही पहननी है तो मुझे उससे कोई ऐतराज नहीं है। अगर किसी को बुरा लगता है तो मैं उनसे क्षमा मांगता हूं।'' उन्होंने कहा कि अगर हम बच्चों में संस्कार और अनुशासन पैदा करेंगे तो वे भविष्य में कभी असफल नहीं होंगे। स्वयं को सामान्य ग्रामीण परिवेश से आया व्यक्ति बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल के दिनों में जब उनकी पैंट फट जाती थी तो उन्हें डर लगता था कि कहीं गुरूजी डांटेंगे तो नहीं, दंड तो नहीं देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अनुशासन और संस्कार था कि हम फटी पैंट पर पैबंद लगाकर स्कूल जाते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस कार्यक्रम में उन्होंने यह बातें कहीं वह बच्चों को नशे जैसी बुरी विकृतियों से दूर करने को लेकर आयोजित किया गया था और उन्होंने बच्चों को इससे बचाने के लिए घर पर संस्कार देने की बात कही। रावत ने कहा कि उन्होंने कहा था कि आजकल बच्चे चार-पांच हजार की महंगी जींस घर लाते हैं और उसे कैंची मार लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी भी बेटी है और यह मुझ पर भी लागू होता है। मैंने घर पर संस्कारों की बात कही है, वातावरण कैसा हो। केवल किताबी ज्ञान नहीं, बच्चों में संस्कार भी पैदा करना चाहिए। चाहे वह लड़का हो या लड़की।''

रावत का यह ताजा बयान पिछले तीन दिन से देश भर में उनके फटी जींस और पहनावे को लेकर एक कार्यक्रम में दिए बयान पर मचे बवाल को थामने का प्रयास माना जा रहा है क्योंकि इससे भाजपा भी स्वयं को असहज स्थिति में पा रही थी। इससे पहले, बृहस्पतिवार को उनकी पत्नी रश्मि त्यागी रावत भी उनके बचाव में सामने आई थीं और कहा था कि उनके बयान को पूरे संदर्भ में प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है।

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Ramanjot