संविधान की उपेक्षा करने के मामले में कांग्रेस भाजपा से कम नहीं: मायावती

punjabkesari.in Thursday, Dec 28, 2017 - 06:10 PM (IST)

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज आरोप लगाया कि संविधान की उपेक्षा करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ साथ कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है। 

मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि संविधान के पवित्र उद्देश्यों को फेल साबित करने के मामले मे भाजपा और कांग्रेस चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान कि ‘संविधान खतरे में है’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये बसपा अध्यक्ष ने कहा कि यह सच है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विघटनकारी और हिन्दुत्ववादी सोच वाली सरकार में देश का संविधान खतरे मे है। 

मायावती ने कहा कि सभी जानते है कि संघ की सोच संविधान विरोधी रही है। यही कारण है कि देश की हर संवैधानिक और लोकतांत्रिक संस्थाये यहाँ तक कि संसद, न्यायपालिका और कार्यपालिका सभी एक अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रही हैं लेकिन दूसरी तरफ एक ऐतिहासिक सत्य यह भी ही है कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने आजादी के बाद जिस सामाजिक तथा आर्थिक लोकतंत्र का सपना देखा था, वह कांग्रेस के लंबे शासनकाल के दौरान बिखरता चला गया। 

बसपा अध्यक्ष ने कहा कि छुआछूत, जातीयता, जातिवादी ङ्क्षहसा और भेदभाव संविधान मे तो समाप्त कर दिया गया, लेकिन सत्ता वर्ग के लोग इसको हर स्तर पर संरक्षण ही देते रहे। साथ ही अन्य पिछड़े वर्ग को उसका हक देने के मामले में काफी ज्यादा भेदभाव बढता गया। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आजादी के लंबे समय बाद गैर कांग्रेस सरकार ने बाबा साहब को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जा सका तथा ओबीसी वर्ग को शिक्षा व नौकरी के क्षेत्र मे आरक्षण की व्यवस्था की जा सकी। 

मायावती ने कहा कि कांग्रेस को यह बात देश को बतानी चाहिए कि बाबा साहब ने वर्ष 1951 में देश के पहले कानून मंत्री के पद से इस्तीफा क्यों दिया था। कांग्रेस की इस प्रकार की अनेकों संवैधानिक भावना के विपरीत काम करते रहने के कारण ही मजबूर होकर Þबहुजन समाज पार्टी‘‘की स्थापना करनी पड़ी थी।