मिशन 2024: भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण में भाजपा के विरोधी क्षेत्रीय दलों से हाथ मिला सकती है कांग्रेस
punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2023 - 06:18 PM (IST)

लखनऊः राहुल की सदस्यता जाने के बाद बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस ने भाजपा विरोधी क्षेत्रीय दलों से हाथ मिलाने का संकेत दिया है। हालांकि इस तरह का अभी कोई समझौता नहीं हुआ है मगर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद सभी बड़े नेताओं ने लोकसभा चुनाव से पहले साझा मंच की बात पर सहमति जताई है।
राहुल की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस मुख्यालय में बड़े नेताओं की गतिविधियां तेज-
राहुल की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस मुख्यालय में बड़े नेताओं की गतिविधियां तेज हो गई हैं और अलग- अलग बैठकें भी शुरू हो गई हैं। एक उच्च स्तरीय बैठक में भाजपा के विरुद्ध जन आंदोलन शुरू करने की रणनीति बनाई गई है जिसमें भाजपा विरोधी सभी क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को साथ लेने पर जोर दिया गया है। कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय दलों को शामिल करने के लिए हाईकमान बड़े नेताओं का एक पैनल तैयार करेगा जो सभी क्षेत्रीय दलों के नेताओं से बातचीत का सिलसिला शुरू करेंगे। इस वार्ता का एजेंडा पुराने गिले-शिकवे को भुलाना और भाजपा के खिलाफ वैचारिक माहौल तैयार करना होगा। कांग्रेस हाईकमान ने राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण और दिलचस्प बनाने पर भी चर्चा शुरू कर दी है। गत वर्ष सात सितंबर से 30 जनवरी तक की पहले चरण की यात्रा में दक्षिण से उत्तर भारत तक कार्यकर्ताओं में उत्साहवर्धन हुआ था।
6 राज्यों में होने वाले विस चुनाव में भी विपक्षी दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ने पर विचार-
कांग्रेस हाईकमान लोकसभा चुनाव से पहले 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी विपक्षी दलों तक को साथ लेकर चुनाव लड़ने पर विचार कर रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी सभी राज्यों में अपने उम्मीदवार खड़ा करने की घोषणा कर चुकी है लेकिन दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और राहुल की संसद सदस्यता जाने के बाद आप अपना राजनीतिक एजेंडा बदल सकती है। इसी तरह कांग्रेस द्वारा पहल करने की शर्त पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी झुकने को तैयार हैं।
दूसरे चरण की भारत जोड़ो यात्रा पश्चिम से पूर्वी भारत तक होगी
दूसरे चरण की यात्रा पश्चिम से पूर्वी भारत के लिए तय की गई है। यह यात्रा इसलिए भी दिलचस्प होगी क्योंकि जिस राज्य से राहुल गांधी को सजा मिली है उसी राज्य से वह अपनी यात्रा का दूसरा चरण शुरू करेंगे और महात्मा गांधी से जुड़े स्थान साबरमती आश्रम या पोरबंदर से इसकी शुरुआत होगी। यह यात्रा 3 हजार किलोमीटर से लंबा सफर तय करेगी जिसमें अडाणी को 20 हजार करोड़ रुपए कहां से मिले व लोकतंत्र की रक्षा मुख्य मुद्दा होगा।