तीन राज्यों में करारी हार से इंडिया गठबंधन में कमजोर हो सकती है कांग्रेस की स्थिति
punjabkesari.in Monday, Dec 04, 2023 - 08:34 PM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से कुछ महीनों पहले ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को मिली करारी हार न सिर्फ उसके लिए बड़ा झटका है, बल्कि इंडिया गठबंधन में नेतृत्व और सीटों के बंटवारे पर मोलभाव करने की उसकी स्थिति को भी कमजोर कर सकती है। इस हार पर गठबंधन के एक प्रमुख घटक जनता दल (यूनाइटेड) ने कहा कि देश का मुख्य विपक्षी दल अपने दम पर जीतने में सक्षम नहीं है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि चुनावों में इंडिया गठबंधन गायब था।
कमलनाथ के समझ में आ गई होगी अखिलेश यादव का मतलब क्या है: सपा
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद सपा ने इस हार के लिए अखिलेश यादव पर कमलनाथ की टिप्पणी को जिम्मेदार ठहराया। सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने एक्स पर पोस्ट किया कि अब शायद कमलनाथ के समझ में बात आ गई होगी। अखिलेश यादव का मतलब क्या है। अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग गठबंधन का मुकाबला करने के लिए 26 विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया है।
दक्षिण भारत से कांग्रेस के लिए उम्मीद की किरण
कांग्रेस के लिए उम्मीद की एक किरण दक्षिण भारत से आई है जहां कर्नाटक के बाद अब तेलंगाना में उसे जीत मिली है। कांग्रेस को उम्मीद थी कि 5 राज्यों के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर वह 2024 के लिए अपनी राह तैयार करेगी। इन चुनावों में जीत के बाद वह विपक्षी गठबंधन इंडिया में नेतृत्व को लेकर अपना दावा मजबूत करेगी। उसकी इन उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उनका दल इन राज्यों में खुद को मजबूत करेगा तथा विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों के साथ मिलकर अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपने आपको तैयार करेगा।
टिकटों के बंटवारे पर आपसी मतभेद भी बने वजह
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ी। कमलनाथ और पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस चुनाव में पूरी ताकत झोंकी। हालांकि टिकटों के बंटवारे के बाद उस समय दोनों के बीच तल्खी देखने को मिली थी जब कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ कपड़े फाड़ो वाली टिप्पणी की थी। बाद में दोनों नेताओं ने यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि उनके बीच कोई मतभेद नहीं है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन नहीं होने के कारण एक बड़ा विवाद खड़ा हुआ।